Harlakhi Assembly Election 2025: बिहार की हरलाखी विधानसभा सीट (Harlakhi Vidhan Sabha) मधुबनी जिले की एक अहम सीट है। इस सीट पर जेडीयू के सुधांशु ने लगाकार दूसरी बार जीत हासिल कर सबकौ चौका दिया है।

Harlakhi Assembly Election 2025: बिहार की हरलाखी विधानसभा सीट (Harlakhi Vidhan Sabha) मधुबनी जिले की एक अहम सीट है। इस सीट पर जेडीयू के सुधांशु ने लगाकार दूसरी बार जीत हासिल कर सबकौ चौका दिया है।

2020 हरलाखी विधानसभा चुनाव: जेडीयू की जीत

2020 में जेडीयू उम्मीदवार सुधांशु शेखर ने शानदार जीत दर्ज की। उन्होंने 60,393 वोट हासिल किए। वहीं सीपीआई उम्मीदवार राम नरेश पांडेय को 42,800 वोट मिले और वे दूसरे स्थान पर रहे। इस चुनाव में निर्दलीय मोहम्मद शब्बीर को 27,499 वोट मिले। जीत का अंतर करीब 17,593 वोटों का रहा।

2015 हरलाखी विधानसभा चुनाव: बसंत कुशवाहा का करिश्मा

2015 में रालोसपा के बसंत कुमार (कुशवाहा) ने 40,468 वोट हासिल कर कांग्रेस उम्मीदवार मोहम्मद शब्बीर को मात दी, जिन्हें 36,576 वोट मिले। हालांकि बसंत कुशवाहा की जीत के बाद उनका निधन हो गया और उपचुनाव में उनके बेटे सुधांशु शेखर ने जीत दर्ज की।

2010 हरलाखी विधानसभा चुनाव: जेडीयू का कब्जा

2010 में जेडीयू के शालिग्राम यादव ने 30,281 वोट पाकर सीपीआई के राम नरेश पांडेय को हराया, जिन्हें 23,622 वोट मिले। यह जीत जेडीयू के लिए अहम रही क्योंकि इसने नीतीश कुमार की पकड़ को और मजबूत किया।

जातीय समीकरण और मुद्दे

हरलाखी में मुस्लिम और यादव मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है। इनके साथ-साथ ब्राह्मण और पासवान भी समीकरण में असर डालते हैं। यहां का चुनाव सिर्फ उम्मीदवारों के बीच नहीं, बल्कि सामाजिक समीकरण और विकास के मुद्दों पर भी लड़ा जाता है।

हरलाखी विधानसभा का इतिहास क्या कहता है?

हरलाखी विधानसभा चुनाव का इतिहास बताता है कि यह सीट कभी समाजवादियों की रही, तो कभी कम्युनिस्टों और जेडीयू के लिए मजबूत गढ़ साबित हुई। 2025 में फिर यह सवाल उठ रहा है कि क्या जेडीयू अपना दबदबा कायम रख पाएगी या विपक्ष इसे छीन लेगा?