Hemant Soren: पटना में वोट अधिकार यात्रा के समापन के बाद झारखंड के CM हेमंत सोरेन राबड़ी आवास पहुंचे, जहां उन्होंने लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया। इस दौरान शिबू सोरेन के साथ पुरानी दोस्ती की यादें ताज़ा हुईं।

Hemant Soren Met Lalu Yadav: देश भर से महागठबंधन के नेता सोमवार को पटना में मताधिकार यात्रा के समापन समारोह में शामिल होने पटना पहुंचे। इस मौके पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि अपने पिता शिबू सोरेन के निधन के बाद हेमंत सोरेन का यह पहला बड़ा राजनीतिक कार्यक्रम था जिसमें उन्होंने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में शामिल होने के बाद हेमंत सोरेन 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास पहुंचे, जहा उन्होंने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से मुलाकात की। इस दौरान लालू-राबड़ी परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे।

लालू प्रसाद यादव ने हेमंत सोरेन का बढ़ाया हौसला

लालू प्रसाद यादव और शिबू सोरेन की राजनीतिक दोस्ती बहुत पुरानी है। विभाजित बिहार के समय शिबू सोरेन बिहार विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं और उस समय लालू और शिबू सोरेन की गहरी दोस्ती की मिसाल दी जाती थी। हेमंत सोरेन ने लालू प्रसाद यादव को प्रणाम किया और उनका आशीर्वाद लिया। लालू प्रसाद यादव ने भी हेमंत का हौसला बढ़ाया और उन्हें अपने पिता शिबू सोरेन के अधूरे काम पूरे करने का आशीर्वाद दिया। राबड़ी देवी ने भी हेमंत सोरेन को हिम्मत के साथ आगे बढ़ने का आशीर्वाद दिया।

लालू यादव से मुलाकात की बात सोशल मीडिया पर किया शेयर

हेमंत सोरेन जब राबड़ी आवास पहुंचे, तो बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भी मौजूद थे। हेमंत सोरेन कुछ देर के लिए 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास पर रुके। हेमंत सोरेन ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के ज़रिए लोगों को इस मुलाक़ात की जानकारी दी और बताया कि उन्होंने लालू प्रसाद यादव से मुलाक़ात की और उनका आशीर्वाद लिया। इससे पहले, वोट अधिकार रैली में लोगों को संबोधित करते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि वोट किसी पार्टी का नहीं, वोट देश का होता है। वोट से ही संविधान और देश की रक्षा और विनाश होता है। 2014 में कुछ चालाक और चतुर लोगों ने सत्ता हथिया ली थी।

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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा

आज फूट डालो और राज करो की नीति अपनाई जा रही है। आज जनप्रतिनिधियों को सीबीआई और ईडी के बल पर डराया जा रहा है। अगर वे जेल नहीं गए होते, तो लोकसभा चुनाव में एनडीए को झारखंड से एक भी सीट नहीं जीतने देते। हेमंत सोरेन ने दावा किया कि उन्होंने राज्य से लोगों के पलायन को काफी हद तक नियंत्रित कर लिया है और आने वाले समय में वे झारखंड से पलायन करने वाले लोगों को राज्य में ही रोजगार उपलब्ध कराने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।