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बागेश्वर धाम की 'कथा' सुनकर बिहार की रुखासना बनी रुक्मणी, हिंदू धर्म अपनाकर लिए 7 फेरे, नदी में डुबकी लगाकर किया शुद्धिकरण
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हाजीपुर. बिहार के हाजीपुर में एक चौंकाने वाली कहानी सामने आई है। पिछले दिनों बागेश्वर धाम उर्फ धीरेंद्र शास्त्री बिहार में श्रीहनुंत कथा सुनाए गए थे। बेशक बागेश्वर धाम को लेकर वहां राजनीतिक हंगामा हुआ था, लेकिन मुजफ्फरपुर के गिजांस निवासी नौशिन परवीन उर्फ रुखसाना उनके प्रवचन सुनकर इतनी प्रभावित हुई कि हिंदू धर्म अपना लिया। रुखसाना से रुक्मणी बनी 22 साल की लड़की ने हाजीपुर में अपने प्रेम वैशाली निवासी रोशन कुंवर(25 साल) के साथ पहले गंडक नदी में डुबकी लगाई और फिर मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से 7 फेरे लिए।
रुखसाना और रोशन कुंवर जब 2018 में जयपुर के एसआरपीएस कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे, तब दोनों के बीच प्रेम जन्मा था।चार साल दोनों के बीच अफेयर चला।
तमाम विरोधों के बावजूद रुसखाना और रोशन ने शादी का फैसला किया था। हालांकि रोशन की फैमिली को रुखसाना से कोई दिक्कत नहीं थी, पर दूसरा पक्ष इसके खिलाफ था।
रुखसाना ने जब बागेश्वर धाम के प्रवचन सुने, तब उसने ठान लिया था कि वो हिंदू धर्म के रीति-रिवाजों के अनुसार ही शादी करेगी।
इस तरह रुखसाना सनातन धर्म अपनाकर रुक्मणी बन गई। रविवार को वैशाली के लालगंज के रेपुरा में अर्धनारीश्वर महादेव मंदिर में दोनों की यह अनूठी शादी हुई।
रुखसाना ने कहा कि उसे बागेश्वर धाम से हिंदू धर्म अपनाने की प्रेरणा मिली। रुखसाना ने खुद रोशन के आगे शादी का प्रपोजल रखा था।
रुखसाना का पहले गंडक नदी में डुबकी लगवाकर शुद्धिकरण कराया गया, फिर विधि-विधान से शादी हुई।