सार
बिहार के बीजेपी विधायक ठग के झांसे में आ गए। जालसाज ने उन्हें लालच के जाल में ऐसा उलझाया कि न ‘माया’ मिली न 'फॉर्च्यूनर'। हालांकि आरोपी पुलिस के हत्थे जरुर चढ़ गया।
जमुई। बिहार के बीजेपी विधायक विनय बिहारी को एक ठग ने सस्ते में फॉर्च्यूनर गाड़ी दिलाने का झांसा दिया। विधायक जी ने भी बिना सोचे समझे उसके खाते में 1 लाख 54 हजार जमा करा दिए। काफी खोजबीन के बाद भी जब फॉर्च्यूनर का पता नहीं चला, तब विधायक को एहसास हुआ कि उनके साथ ठगी हुई है। उन्होंने पटना में केस दर्ज कराया। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने ठग को गिरफ्तार किया। तब जाकर विधायक विनय ने चैन की सांस ली।
ये है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, जमुई जिले के खैरा इलाके के एक युवक ने विधायक विनय बिहारी को कस्टम आफिसर बन कर फोन किया और उन्हें कस्टम में नीलाम की जाने वाली गाड़ियों को काफी कम कीमत में दिलाने का वादा किया। यह भी पता चला है कि आरोपी अपना नाम बदलकर दो साल पहले विधायक से मिला था। उसने बीच बीच में विधायक से फोन पर बात भी की। एक दिन अचानक उसका फोन आया। उसने विधायक को बताया कि वह कोलकाता में कार्यरत है। यहां पर फॉर्च्यूनर, क्रेटा और बुलेट जैसी गाड़िया हैं, जिनकी नीलामी हो रही है। नीलाम की जाने वाली गाड़ियों को सस्ते में दिलाने का झांसा देकर ठग ने विधायक से पैसे की डिमांड की। उन्होंने भी बिना सोचे समझे ठग के खाते में एक लाख 54 हजार रुपये जमा करा दिए। रकम मिलने के बाद ठग ने विधायक का फोन उठाना बंद कर दिया। तब विधायक को इस बात का एहसास हुआ कि ठग ने उन्हें गाड़ी दिलाने का झांसा देकर रुपये लिए हैं। उन्होंने इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई।
पिता के बैंक एकाउंट में जमा कराया था पैसा
पुलिस ने जांच शुरु की तो पता चला कि आरोपी जमुई जिले के खैरा इलाके का निवासी है। उसने विधायक से पैसा अपने पिता के बैंक एकाउंट में जमा कराया था। पुलिस ने खैरा से ठग रामाशीष यादव को गिरफ्तार कर लिया। विनय बिहारी पश्चिम चंपारण के लौरिया से विधायक हैं। आरोपी पर कार्रवाई के लिए विधायक जी ने मशक्कत भी की। बताया जा रहा है कि काफी दौड़ भाग के बाद पुलिस एक्टिव हुई और आरोपी पर कार्रवाई की। बहरहाल, आरोपी के अरेस्ट होने के बाद विधायक जी ने चैन की सांस ली है।