सार
गुरुवार को इंटर परीक्षा की प्रथम पाली में परीक्षा दे रही छात्रा को असहनीय प्रसव पीड़ा होने लगी। आनन-फानन में परीक्षार्थी को एम्बुलेंस के द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) ले जाया गया। जहां उसने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया.
बेगूसराय। बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा के दौरान एक ऐसा वाकया हुआ, जो इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। जीडीआर उच्च विद्यालय बड़ी बलिया परीक्षा केंद्र पर गुरुवार को इंटर परीक्षा की प्रथम पाली में एक छात्रा परीक्षा दे रही थी। परीक्षा का समय समाप्त होने वाला था कि उसी दौरान ही छात्रा को असहनीय प्रसव पीड़ा होने लगी। आनन—फानन में परीक्षार्थी को एम्बुलेंस के द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) ले जाया गया। जहां उसने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया। छात्रा को भी पीएचसी से छुटटी दे दी गयी है, जबकि नवजात शिशुओं को इलाज के लिए बेगूसराय रेफर किया गया है। छात्रा के घर में खुशी का माहौल है।
असहनीय प्रसव पीड़ा होने पर भेजी गयी पीएचसी
केंद्र अधीक्षक अरविंद कुमार के मुताबिक, गुरुवार को बोर्ड इंटर परीक्षा की प्रथम पाली में भौतिक विषय की परीक्षा चल रही थी। परीक्षा का समय पूरा हो रहा था। इसको लेकर अभ्यर्थियों को वार्निंग भी दी जा चुकी थी। उसी दौरान एक छात्रा निशा कुमारी पत्नी रोशन यादव को प्रसव पीड़ा होने लगी। वह असहनीय प्रसव पीड़ा की वजह से कराह रही थी। इसकी सूचना जब उन्हें मिली तो उन्होंने डाक्टरों से सम्पर्क किया और एम्बुलेंस के जरिए छात्रा को बलिया पीएचसी भेजा गया। जहां उसका प्रसव कराया गया। परीक्षार्थी ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है। उनमें एक लड़का और एक लड़की है। केंद्र अधीक्षक ने बताया कि परीक्षार्थी एसएएस उच्च विद्यालय बलिया की छात्रा है और साहेबपुर कमाल प्रखंड के हीराटोल इलाके की निवासी है।
जुड़वा बच्चों का वजन कम, इलाज के लिए रेफर
पीएचसी के प्रभारी चिकित्सक डॉ. संजय कुमार का कहना है कि छात्रा का सफलतापूर्वक प्रसव कराया गया। दो जुड़वा बच्चों का जन्म हुआ है। उनका वजन कम है। इसकी वजह से उन्हें इलाज के लिए बेगूसराय रेफर किया गया।