Manihari Assembly Election 2025: कांग्रेस की “लकी सीट” मनिहारी पर मनोहर प्रसाद सिंह ने चौथी बार जीत का झंडा बुलंद किया। 15,168 वोटों की बड़ी बढ़त के साथ उन्होंने एनडीए लहर को मात दी। जेडीयू के शम्भू कुमार सुमन दूसरे स्थान पर रहे।

Manihari Vidhan Sabha Chunav 2025: बिहार की राजनीति में मनिहारी विधानसभा सीट हमेशा से खास मानी जाती है। यह सीट अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है और पिछले तीन चुनावों से यहां से जीतती आ रही कांग्रेस एनडीए की सुनामी में भी चौथी बार अपना दबदबा कायम रखा। खास बात यह है कि इस सीट पर कांग्रेस नेता मनोहर प्रसाद सिंह ने लगातार चार बार जीत दर्ज की है। यही वजह है कि अब इस सीट को कांग्रेस अपने लिए “लकी सीट” मानने लगी है। यहां से इस बार मनोहर प्रसाद सिंह ने 15168 वोटों से जीत दर्ज की है। उन्हें कुल 114754 वोट मिले। जेडीयू के शम्भू कुमार सुमन 99586 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। जनसुराज पार्टी बबलू सोरेन 7647 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।

2010 का चुनाव: जेडीयू से हुई जीत की शुरुआत

  • साल 2010 के चुनाव में मनोहर प्रसाद सिंह ने जेडीयू के टिकट पर पहली बार इस सीट पर जीत दर्ज की थी।
  • मनोहर प्रसाद सिंह (JDU): 44,938 वोट (36%)
  • गीता किस्कू (NCP): 40,773 वोट (32%)
  • जीत का अंतर: 4,165 वोट

नोट: यह मुकाबला बेहद करीबी था, लेकिन इसी जीत से मनोहर प्रसाद सिंह की राजनीतिक पकड़ मजबूत हो गई।

2015 का चुनाव: कांग्रेस में शामिल होकर जीत

  • 2015 का चुनाव मनोहर प्रसाद सिंह के लिए बेहद अहम रहा। इस बार उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरकर जीत दर्ज की।
  • मनोहर प्रसाद सिंह (INC): 61,704 वोट (39%)
  • अनिल कुमार उरांव (LJP): 48,024 वोट (30%)
  • जीत का अंतर: 13,680 वोट

नोट: इस चुनाव ने साबित किया कि दल बदलने के बावजूद उनकी पकड़ मतदाताओं पर और मजबूत हो चुकी है।

2020 का चुनाव: कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी जीत

  • 2020 के चुनाव में मनोहर प्रसाद सिंह ने अपनी जीत का अंतर और भी बड़ा कर दिया।
  • मनोहर प्रसाद सिंह (INC): 83,032 वोट (45.81%)
  • शंभू कुमार सुमन (JDU): 61,823 वोट (34.11%)
  • जीत का अंतर: 21,209 वोट

नोट: इस बार उनका वोट शेयर लगभग 46% रहा। लगातार तीसरी जीत ने उन्हें मनिहारी का सबसे मजबूत नेता बना दिया।

2025 का चुनाव: क्या फिर दोहराएंगे इतिहास?

अब सवाल यह है कि क्या 2025 में भी कांग्रेस और मनोहर प्रसाद सिंह का दबदबा कायम रहेगा? या फिर जेडीयू, बीजेपी या अन्य दल कोई नया समीकरण बनाकर इस सीट पर कब्जा करने की कोशिश करेंगे।

  • कांग्रेस का वोट बैंक अब तक बेहद मजबूत दिखा है।
  • विपक्षी पार्टियां हर चुनाव में अलग-अलग उम्मीदवार उतारती रही हैं।
  • जनता के बीच मनोहर प्रसाद सिंह की पकड़ अभी भी मजबूत नजर आती है।