सार

भाई की हत्या में गवाह रहे मजदूर बुधन कुमार (25 वर्ष) ने पंचायत की बैठक में हत्यारों से सुलह की बात नहीं स्वीकारी तो अपराधियों ने चाकू से गोदकर उसे मार डाला और शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया।

पटना। भाई की हत्या में गवाह रहे मजदूर बुधन कुमार (25 वर्ष) ने पंचायत की बैठक में हत्यारों से सुलह की बात नहीं स्वीकारी तो अपराधियों ने चाकू से गोदकर उसे मार डाला और शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया। अकबरपुर बोन मिल में मजदूर बुधन की लाश बुधवार सुबह दाहौर रेलवे गुमटी के पास ट्रैक पर पड़ी मिली। क्षत-विक्षत लाश की जानकारी मिलने पर लोगों की भीड़ जुट गई। ग्रामीणों ने मृतक की पहचान की। उसके बाद अकबरपुर गांव स्थित मृतक के घर में कोहराम मच गया।

आक्रोशित ग्रामीणों ने हाइवे जाम किया

हत्या से ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने अकबरपुर चौक के पास हाइवे जाम कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने बुझाने की कोशिश कर रहे थे। उधर, ग्रामीण आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े थे। पुलिस द्वारा आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने जाम खोला। इस दौरान लगभग पांच घंटे सड़क पर जाम की स्थिति रही।

मृतक के भाई राजू दास की पिछले वर्ष कर दी गई थी हत्या

जानकारी के अनुसार, रविदास टोला निवासी राजू दास की पिछले वर्ष अगस्त माह में अकबरपुर पुल के पास हत्या कर दी गई थी। आरोपी अब इस केस में सुलह के राजू दास के परिजनों पर दबाव बना रहे थे। इस बाबत पंचायत भी की जा रही थी, पर मृतक के परिजन सुलह के लिए तैयार नहीं हो रहे थे। आरोप लगाया जा रहा है कि इसी वजह से अब मृतक राजू दास के भाई बुधन कुमार की हत्या कर दी गई। रेलवे ट्रैक पर शव फेंकने की वजह से क्षत विक्षत हो गया।

मृतक के परिजनों के बयान के आधार पर केस दर्ज

मामले में मृतक के पिता अदालत दास ने 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। बहरहाल, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। पुलिस का कहना है कि मृतक के परिजन के बयान के आधार पर केस दर्ज किया गया है। आरोपियों को अरेस्ट करने के लिए दबिश दी जा रही है। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने आरोपियों के कुछ रिश्तेदारों और बच्चों को थाने में रखा है। उनमें 9 महिलाएं और 3 बच्चे शामिल हैं। उन पर भी हमले की आशंका जताई जा रही है