सार

एक तरफ यूपी में गैंगस्टर अतीक अहमद की कब्र पर एक नेता ने तिरंगा चढ़ाया। वहीं पटना में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मस्जिद के बाहर 'शहीद अतीक अहमद अमर रहें' के नारे लगे।

पटना। एक तरफ यूपी में गैंगस्टर अतीक अहमद की कब्र पर एक नेता ने तिरंगा चढ़ाया। वहीं पटना में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मस्जिद के बाहर 'शहीद अतीक अहमद अमर रहें' के नारे लगे। पटना रेलवे स्टेशन के पास ही बने जामा मस्जिद के बाहर शुक्रवार को नमाज पढ़कर निकले लोगों के नारे लगाए जाने के बाद भीड़ इकट्ठा हो गई। इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल भी हो रहा है।

पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी के खिलाफ नारेबाजी

दरअसल, पटना रेलवे स्टेशन के पास बनी जामा मस्जिद मशहूर है। रमजान का महीना चल रहा है। अलविदा की नमाज पढ़कर निकले मुस्लिम वर्ग के लोगों ने अतीक अहमद को शहीद बताते हुए कहा कि पूरी दुनिया के मुस्लिमों की नजर में अतीक-अशरफ और असद शहीद हैं। वह लोग गैंगस्टर अतीक अहमद के समर्थन में नारे लगा रहे थे। पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ नारेबाजी की गई।

 

 

भाजपा ने नीतीश सरकार को कोसा

ईद के पहले इस तरह के घटनाक्रम से एक नया विवाद खड़ा हो गया है। मस्जिद से जुलूस की शक्ल में सड़क पर उतरे लोगों ने अतीक अहमद के समर्थन में प्रदर्शन किया। इस पूरे मामले को लेकर भाजपा ने अपना विरोध जताया है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद सिंह ने सीएम नीतीश कुमार की तुष्टिकरण की राजनीति को इसकी वजह बताया।

ये घटनाएं भी हुईं

आपको बता दें कि इसके पहले यूपी निकाय चुनाव के एक कांग्रेस प्रत्याशी ने अतीक अहमद की हत्या पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। जिसके बाद उस नेता को पार्टी से छह साल के निष्कासित कर दिया गया था। उस नेता ने अतीक अहमद और अशरफ अहमद की कब्र पर तिरंगा भी चढ़ाया था। इसी तरह बुधवार को महाराष्ट्र के बीड में भी अतीक अहमद को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। कुछ लोगों ने अतीक और अशरफ के समर्थन में पोस्टर लगाए थे। उसको लेकर विश्व हिंदू परिषद के नेताओं ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया था। जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने आनन फानन में वह पोस्टर उतरवाया और केस दर्ज कर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।