बिहार चुनाव 2025 में PM मोदी का प्रभाव निर्णायक रहा। उनकी 14 रैलियों और रोड शो ने NDA की जीत की दिशा तय की। जिन सीटों पर मोदी ने प्रचार किया, वहां NDA को बड़ी सफलता मिली, जिससे गठबंधन ने रिकॉर्ड जीत दर्ज की।
पटनाः बिहार की राजनीति में इस बार जो हुआ, उसे एक लाइन में समेटा जा सकता है, "जहां गया पीएम मोदी का काफ़िला, वहां NDA की जीत का पहिया और तेज़ घूम गया।” नतीजों ने साफ कर दिया है कि बीजेपी और NDA के लिए मोदी फैक्टर सिर्फ़ मौजूद नहीं था, बल्कि ओवरड्राइव मोड में था।
मोदी ने तय कर दी जीत की दिशा
पूरे चुनाव अभियान के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में 14 रैलियां और एक हाई-वोल्टेज रोड शो किया। हर रैली भीड़, ऊर्जा और संदेश के मामले में बाकी दलों पर भारी पड़ी। राजनीतिक विश्लेषक कह रहे हैं कि इस बार का चुनाव असल में "मोदी बनाम बाकी” के फ्रेम में ढल गया था, और जनता का रुझान साफ़ तौर पर NDA के पक्ष में गया। लोगों में मोदी की सभाओं का उत्साह इस तरह दिखाई दिया कि कई क्षेत्रों में रैलियों के तुरंत बाद वोटिंग पैटर्न में बड़ा बदलाव देखने को मिला।
जहां गए मोदी, वहां NDA का स्कोर रिकॉर्ड पर
परिणामों की गिनती बताती है कि जिन सीटों पर मोदी ने रैलियां कीं, उनमें से अधिकांश सीटें NDA की झोली में गईं। कई जगहों पर NDA उम्मीदवारों को ऐसी बढ़त मिली कि विरोधी दलों में मायूसी फैल गई। जिन इलाकों में मुश्किल मुकाबला माना जा रहा था, वहां मोदी की रैलियों के बाद समीकरण तेजी से NDA की तरफ झुक गए। इसका असर सीधे अंतिम नतीजों पर पड़ा और गठबंधन ने बिहार में रिकॉर्ड तोड़ जीत दर्ज कर ली।
NDA को मिला युवा और महिला वोटों का जोरदार सपोर्ट
इस चुनाव में महिला वोटरों की संख्या बड़ी थी और मोदी के भाषणों में महिलाओं और युवाओं के लिए विशेष घोषणाओं ने काम किया। NDA की ओर झुका यह वोट बैंक विपक्ष के लिए बड़ा झटका साबित हुआ। युवा मतदाताओं के बीच मोदी की लोकप्रियता ने कई कठिन सीटों पर बीजेपी और उसके सहयोगियों को अप्रत्याशित जीत दिलाई।
मोदी मैजिक के सामने विपक्ष हुआ फेल
RJD-कांग्रेस गठबंधन ने बेरोज़गारी, जातीय समीकरण और स्थानीय मुद्दों पर चुनाव लड़ने की कोशिश की, लेकिन मोदी का नेशनल नैरेटिव उन पर भारी पड़ गया। उनके स्टार प्रचारकों की रैलियों में भीड़ तो दिखी, लेकिन वोट में तब्दील नहीं हो सकी। राजद की कई पारंपरिक सीटों पर भी NDA ने सेंध लगाई, और इसका बड़ा कारण था मोदी फैक्टर + सीटों की सही माइक्रो मैनेजमेंट।
प्रधानमंत्री ने कहां-कहां की सभा
प्रधानमंत्री ने समस्तीपुर, बेगूसराय, मुजफ्फरपुर (मोतीपुर), छपरा, आरा, नवादा, सहरसा, कटिहार, अररिया, भागलपुर, भभुआ, औरंगाबाद, सीतामढ़ी एवं बेतिया में सभा की। इसके आलावा पीएम ने पटना में एक रोड शो भी किया।
