बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश सरकार जनता के डर से योजनाएं बढ़ा रही है, जबकि जन सुराज ही बिहार का असली विकल्प है। उन्होंने कांग्रेस की राजशाही मानसिकता पर भी निशाना साधा।
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के करीब आते ही राजनीतिक तापमान चरम पर है। जन सुराज पार्टी के संस्थापक और रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार की बढ़ाई जा रही योजनाएं जनता के दबाव और डर से की जा रही हैं, लेकिन अब जनता ने अपना मन जन सुराज के साथ जोड़ लिया है।
जन सुराज की मजबूती से घबरा रही नीतीश सरकार
प्रशांत किशोर ने पूर्णिया के रूपौली विधानसभा में आयोजित जनसभा के बाद पत्रकारों से कहा कि अभी तक जनता ने वोट नहीं दिया है, मगर वे जन सुराज की सभाओं में शामिल हो चले हैं। इससे घबराकर नीतीश सरकार बुजुर्गों की पेंशन बढ़ा रही है, आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ा रही है, रसोइयों की सैलरी बढ़ा रही है और बिजली 125 यूनिट तक मुफ्त कर रही है। वहीं आंगनबाड़ी कर्मचारियों के मानदेय में भी वृद्धि की गई है। यह सब योजनाएं सरकार के डर और जनता के जन सुराज विकल्प को स्वीकारने का संकेत हैं।
कांग्रेस की राजशाही मानसिकता पर कटाक्ष
प्रशांत किशोर ने कटिहार के कांग्रेस सांसद तारिक अनवर के उस वायरल वीडियो पर भी निशाना साधा जिसमें वे बाढ़ प्रभावितों के कंधे पर सवार होकर इलाके का निरीक्षण कर रहे थे। प्रशांत किशोर ने कहा कि यह कांग्रेस की पुरानी राजशाही मानसिकता को दिखाता है, जहां नेता जनता से ऊपर होते हैं। उन्होंने राहुल गांधी पर भी तंज कसा कि वे बिहार की समस्याओं को समझकर छह दिन में चले गए।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत
प्रशांत किशोर ने सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का स्वागत किया जिसमें चुनाव आयोग को SIR (सर्वे ऑफ इंडियन रुल्स) के लिए आधार कार्ड को वैध दस्तावेज़ मानने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि अगर आपके पास आधार कार्ड है, तो आपको डरने की कोई जरूरत नहीं है। चुनाव आयोग के पास नागरिकता तय करने का अधिकार नहीं होना चाहिए।
बच्चों के भविष्य को ध्यान में रख कर करें वोट- प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने कहा कि चाहे कुछ वोटर सूची से कट जाएं लेकिन जो ज्यादा लोग बचेंगे, वे नीतीश कुमार और भाजपा को कड़ी शिकस्त देंगे। उन्होंने जनता से अपील की कि इस बार वोट सोच समझकर, अपने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखकर दें। जनता अब बदलाव के लिए तैयार है और जन सुराज को ही अपना विकल्प मानती है।
