नालंदा में राहुल गांधी ने नीतीश कुमार को दिल्ली से नियंत्रित 'रिमोट कंट्रोल' CM बताया। उन्होंने युवाओं को रोजगार, बेहतर शिक्षा-स्वास्थ्य का वादा किया और संविधान को बचाने के लिए वोट मांगा। उन्होंने नालंदा को फिर से वैश्विक केंद्र बनाने का भी वादा किया
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के नूरसराय मैदान में महागठबंधन के समर्थन में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। अपने भाषण में राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्र की भाजपा सरकार पर तीखे और सीधे हमले किए। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार की कमान अब पटना से नहीं, बल्कि दिल्ली और नागपुर से चलाई जा रही है।
नीतीश नाम के CM, रिमोट मोदी-शाह के पास
राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 'रिमोट कंट्रोल' से चलने वाला मुख्यमंत्री बताया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि नीतीश कुमार केवल नाम के मुख्यमंत्री हैं और सत्ता की असली बागडोर दिल्ली में बैठे नेताओं के हाथ में है। उन्होंने कहा, "बिहार की सरकार अब पटना से नहीं, नागपुर और दिल्ली से चलती है। नीतीश कुमार सिर्फ नाम के मुख्यमंत्री हैं, सत्ता का असली रिमोट मोदी और शाह के पास है। बिहार की कमान अब दिल्ली में बैठे लोगों के हाथ में है।"
युवाओं को रोज़गार की गारंटी
राहुल गांधी ने भाषण की शुरुआत बिहार के युवाओं की बदहाली और पलायन के मुद्दे से की, जो राज्य की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है। उन्होंने कहा कि अगर महागठबंधन की सरकार बनती है, तो उनका मुख्य फोकस स्थानीय युवाओं को रोज़गार देने पर होगा। उन्होंने कहा, "बिहार के बेटे-बेटियां जब पंजाब, गुजरात या दिल्ली में काम कर सकते हैं, तो अपने ही राज्य में क्यों नहीं?" उन्होंने वादा किया कि महागठबंधन उद्योग स्थापित कर स्थानीय युवाओं को रोज़गार देगा। राहुल ने युवाओं में जोश भरते हुए कहा, "हम चाहते हैं कि आने वाले समय में मोबाइल पर 'मेड इन चाइना' नहीं, 'मेड इन बिहार' लिखा हो।"
शिक्षा और स्वास्थ्य पर तीखा तंज
कभी विश्व शिक्षा का केंद्र रही नालंदा के ऐतिहासिक विरासत का ज़िक्र करते हुए राहुल गांधी ने वर्तमान शिक्षा व्यवस्था की आलोचना की। उन्होंने कहा कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था पेपर लीक और धांधली के लिए जानी जाती है। उन्होंने कहा, "यह वही भूमि है जहां से बिहार ने पूरी दुनिया को शिक्षा का पाठ पढ़ाया, लेकिन आज बिहार की शिक्षा व्यवस्था को लोग पेपर लीक और धांधली के लिए जानते हैं।" स्वास्थ्य सेवाओं पर तंज करते हुए उन्होंने कहा, "यहां के अस्पतालों में लोग इलाज नहीं, अंतिम दर्शन के लिए जाते हैं।" उनका इशारा राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था के चरमराने की ओर था।
संविधान और पूंजीपतियों को लेकर चेतावनी
राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर देश को दो हिस्सों में बाँटने का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि देश के संसाधनों को कुछ चुनिंदा पूंजीपतियों के हवाले किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी, "एक, जिसमें अंबानी-अडानी हैं, और दूसरा जिसमें किसान, मजदूर और गरीब हैं।" राहुल ने यह भी आरोप लगाया कि "मोदी डरते हैं, इसलिए संविधान को बदलने की साजिश कर रहे हैं।" उन्होंने जनता से अपील की कि यह चुनाव केवल सरकार बदलने का नहीं है, बल्कि देश के संविधान और लोकतंत्र को बचाने का है। उन्होंने मतदाताओं से हर बूथ पर चौकस रहने की अपील की।
नालंदा को वैश्विक केंद्र बनाने का वादा
भाषण के अंत में, राहुल गांधी ने नालंदा के लोगों को एक बड़ा और भावनात्मक वादा किया। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर नालंदा को उसकी पुरानी पहचान वापस दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा, "हम यहां एक विश्वस्तरीय यूनिवर्सिटी बनाएंगे, जिससे बिहार फिर से ज्ञान और रोजगार की धरती बने।" राहुल गांधी ने नालंदा से कांग्रेस प्रत्याशी कौशलेंद्र कुमार, बिहारशरीफ से उमैर खान, और हरनौत से अरुण कुमार के समर्थन में वोट मांगा।
