गोरखपुर सांसद रवि किशन को जान से मारने की धमकी मिली है। धमकी देने वाले ने खुद को RJD उम्मीदवार खेसारी लाल यादव का समर्थक बताया है। यह मामला दोनों के बीच राजनीतिक बयानबाजी से जुड़ा है। गोरखपुर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
भोजपुरी सिनेमा से राजनीति में आए और गोरखपुर से सांसद रवि किशन शुक्ला को जान से मारने की खुली धमकी मिली है। यह सनसनीखेज मामला इसलिए और भी गंभीर हो गया क्योंकि धमकी देने वाले व्यक्ति ने खुद को बिहार के राष्ट्रीय जनता दल (RJD) उम्मीदवार और भोजपुरी गायक खेसारी लाल यादव का कट्टर समर्थक बताया।
पर्दे के पीछे की कहानी
शुक्रवार को यह मामला तब सामने आया जब सांसद रवि किशन शुक्ला के निजी सचिव शिवम द्विवेदी के मोबाइल नंबर पर एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को बिहार के आरा ज़िले के जवनिया गाँव का निवासी अजय कुमार यादव बताया। पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार, आरोपी ने सीधे शब्दों में धमकी दी कि वह सांसद रवि किशन को गोली मार देगा। कॉल में न केवल जान से मारने की धमकी दी गई, बल्कि अत्यंत अभद्र भाषा का इस्तेमाल भी किया गया, जिसमें माँ और प्रभु श्रीराम के बारे में आपत्तिजनक लहज़े में टिप्पणियां शामिल थीं।
रवि किशन बनाम खेसारी लाल
धमकी की इस घटना के पीछे की राजनीतिक पृष्ठभूमि रवि किशन और राजद उम्मीदवार खेसारी लाल यादव के बीच चल रही ज़ोरदार बयानबाज़ी है। रवि किशन ने बिहार चुनाव में खेसारी लाल यादव पर निशाना साधते हुए कहा था कि “छोटा भाई भी अधर्मी हुआ तो वाण चलेगा।” रवि किशन ने स्पष्ट कहा कि राजनीति सिर्फ फिल्मों या ड्रामा से नहीं चलती, असली राजनीति ज़मीनी काम से बदलती है। उन्होंने दावा किया कि सनातन का विरोध करने वालों को जनता चुनाव में जमानत जब्त करा देगी।
खेसारी लाल यादव ने भी पलटवार करते हुए कहा था कि रवि किशन को ज़मीन की सच्चाई समझनी चाहिए और जनता अब काम के आधार पर नेता चुनेगी, सिर्फ भाषणों में नहीं आएगी। धमकी देने वाले व्यक्ति ने इसी राजनीतिक तनातनी के बीच खेसारी लाल यादव का नाम लेकर उनके प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया, जिससे यह मामला सीधे तौर पर राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता से जुड़ गया है।
गोरखपुर पुलिस का त्वरित एक्शन
मामले की गंभीरता को देखते हुए गोरखपुर पुलिस के आला अफ़सरों ने फ़ौरन तफ्तीश चालू कर दी है। पुलिस ने धमकी भरे कॉल की रेकॉर्डिंग, सिम-डेटा और लोकेशन को ट्रेस करने के लिए साइबर सेल को लगाया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "हम अजय कुमार यादव नाम के शख्स की पहचान और गिरफ़्तारी में कोई देर नहीं करेंगे। जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगा।" पुलिस का कहना है कि आरोपी तक पहुँचने के बाद ही इस पूरे मामले की सच्चाई और इसके पीछे के असली इरादे सामने आ पाएंगे।
