पूर्व मंत्री आरके सिंह ने NDA व RJD के कई प्रत्याशियों पर आपराधिक पृष्ठभूमि का आरोप लगाया है। उन्होंने जनता से ऐसे उम्मीदवारों को वोट न देने की अपील की। सिंह ने सभी विकल्प खराब होने पर NOTA का उपयोग करने को कहा है।
पटनाः बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मी के बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने एक विस्फोटक वीडियो जारी कर राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया है। सिंह ने अपने फेसबुक पोस्ट में सीधे तौर पर NDA और RJD दोनों गठबंधनों के कई प्रत्याशियों पर आपराधिक पृष्ठभूमि का आरोप लगाया है और जनता से अपील की है कि ऐसे लोगों को वोट देने के बजाय "चुल्लू भर पानी में डूब मरना बेहतर है।" आरके सिंह ने दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए बिहार की जनता से अपील की है कि यदि उनके सामने खड़े सभी प्रत्याशी भ्रष्ट या आपराधिक प्रकृति के हैं, तो वे बेझिझक NOTA का बटन दबाएं।
अपनी ही गठबंधन पार्टी के दिग्गजों पर तीखे हमले
आरके सिंह ने अपनी ही सहयोगी पार्टी (NDA) के कई प्रमुख उम्मीदवारों को निशाने पर लिया है, जिससे गठबंधन में तनाव की आशंका बढ़ गई है। उन्होंने खासकर तीन बड़े नामों को उठाया।
- अनंत सिंह (मोकामा से NDA प्रत्याशी): सिंह ने अनंत सिंह पर हत्या, नरसंहार और अपहरण जैसे गंभीर आरोपों का हवाला दिया। उन्होंने 1985 में पटना का जिलाधिकारी रहते हुए अनंत सिंह और उनके भाइयों को उपद्रव करने पर पीटने की घटना का भी ज़िक्र किया।
- सम्राट चौधरी (तारापुर से NDA प्रत्याशी): सिंह ने सम्राट चौधरी पर हत्या का आरोप और 'उम्र के सर्टिफिकेट में जालसाजी करके जमानत पर बाहर रहने' का आरोप लगाया, जिसका जवाब पार्टी द्वारा आज तक न दिए जाने की बात कही।
- विभा देवी (नवादा से NDA प्रत्याशी): उन्होंने कहा कि प्रत्याशी राजबल्लभ यादव (पति) POCSO एक्ट के आरोपी हैं और खुद चुनाव नहीं लड़ सकते। सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने 'प्रधानमंत्री जी को अंधेरे में रखकर' गया के मंच पर राजबल्लभ यादव की पत्नी का माल्यार्पण उनसे करा दिया।
RJD के बाहुबली और वंशवाद पर भी प्रहार
आरके सिंह ने राजद प्रत्याशियों को भी नहीं बख्शा
- ओसामा शहाब (रघुनाथपुर से RJD प्रत्याशी): उन्होंने सीधे तौर पर उनके पिता शाहबुद्दीन को एक "दुर्दांत अपराधी" बताया, जिनपर हत्या के कई आरोप थे।
- सूरजभान सिंह की पत्नी (मोकामा से RJD प्रत्याशी): उन्होंने कहा कि सूरजभान सिंह खुद चुनाव नहीं लड़ सकते, इसलिए पत्नी के माध्यम से खड़े हैं। सिंह ने अपने गृह सचिव रहते हुए सूरजभान सिंह को बिहार का नं. 1 डॉन बताते हुए गिरफ्तारी का आदेश देने का दावा किया।
- दीपु सिंह (सन्देश से RJD प्रत्याशी): उन्होंने कहा कि दीपु सिंह के पिता अरुण यादव POCSO एक्ट के आरोपी हैं, इसलिए वह खुद चुनाव नहीं लड़ सकते।
'बालू माफिया' और नरसंहार के आरोपी भी निशाने पर
- राधा चरण साह (सन्देश से NDA प्रत्याशी): इन्हें "बालू माफिया" बताते हुए कहा कि वे हाल ही में 10 महीने जेल में रहकर छूटे हैं, और उन पर ED की रेड हुई थी।
- भगवन सिंह कुशवाहा (जगदीशपुर से NDA प्रत्याशी): इनपर इचरी में सात व्यक्तियों के नरसंहार का आरोपी होने का आरोप लगाया।
आरके सिंह की मतदाताओं से अपील
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने साफ किया कि उनका मकसद केवल आरोप लगाना नहीं है, बल्कि मतदाताओं से अपील करना है कि वे बिहार और अपने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखकर वोट दें। उन्होंने कहा, "यदि आप अपराधी या भ्रष्ट पृष्ठभूमि वाले लोगों को वोट देंगे, तो बिहार में अपराध और भ्रष्टाचार का बोलबाला रहेगा और राज्य का कभी विकास नहीं होगा। वोट देने से पहले उम्मीदवारों के रिकॉर्ड को जरूर देखें।"
