सार

''बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है...'' आपरेशन ​थियेटर की टेबल पर लेटा मरीज यह गीत गा रहा है, उधर डॉक्टर मुस्तैदी से उसका आपरेशन कर रहे हैं। यह चौंकाने वाला वीडियो बिहार के सीवान जिले के सदर अस्पताल का है।

सीवान। ''बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है...'' आपरेशन ​थियेटर की टेबल पर लेटा मरीज यह गीत गा रहा है, उधर डॉक्टर मुस्तैदी से उसका आपरेशन कर रहे हैं। यह चौंकाने वाला वीडियो बिहार के सीवान जिले के सदर अस्पताल का है। आपरेशन थियेटर की टेबल पर लेटे हुए मोहम्मद रफी का गीत गुनगुना रहे बुजुर्ग मरीज सदर प्रखंड के कृपाल प्रसाद (70) हैं। इस वीडियो को देखने वाला हर व्यक्ति मरीज के साहस और जिंदादिली की तारीफ कर रहा है। आपरेशन कर रहे मुस्तैद डाक्टरों की भी लोग तारीफ कर रहे हैं।

 

 

नेत्र ज्योति अभियान के तहत चल रहा था आपरेशन

वीडियो में मरीज का आपरेशन करते हुए दिख रहे डाक्टर सीवान के सदर अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एमए अकबर हैं। दरअसल, नेत्र ज्योति अभियान के तहत मरीजों के आंखों का आपरेशन किया जा रहा है। इस अभियान के तहत कृपाल प्रसाद के भी मोतियाबिंद का आपरेशन किया जा रहा था। जब वह आपरेशन थियेटर में आए तो उनके अंदर घबराहट थी।

मरीज ने गुनगुनाना शुरु किया

डाक्टर ने मरीज से कहा कि बाबा आपको कोई गाना याद है। बाबा ने स्वीकारते हुए कहा कि उन्हें मोहम्मद रफी का गाना याद है। वही सुनाता हूं और कृपाल प्रसाद मोहम्मद रफी का गीत गुनगुनाने लगे। आपरेशन थियेटर में एक स्टाफ उनका वीडियो बनाने लगा। डाक्टर ने ही बाद में यह वीडियो चिकित्सकों के ग्रुप में शेयर किया और यही वीडियो अब वायरल हो गया है।

आपने भी मोहम्मद रफी का यह गाना सुना होगा। सामान्य स्थिति में गीत गाया और सुना जा सकता है। पर आपका आपरेशन चल रहा हो तो क्या आप उस समय गाना गाने के बारे में सोच भी सकते हैं। पर आपरेशन करा रहे बुजुर्ग बिल्कुल बेफिक्र होकर गुनगुना रहे हैं। इस बारे में चिकित्सकों से बात की गयी तो उनका कहना है कि यदि चिकित्सक अनुभवी हो तो यदि मरीज आपरेशन के समय गीत गा भी रहा तो उसे अपने काम में कोई दिक्कत नहीं होती। मतलब यह है कि उसके उपर उसका कोई असर नहीं पड़ता है।