2025 के सुरसंड विधानसभा चुनाव में सीतामढ़ी ज़िले की इस सीट पर जदयू ने अपना दबदबा कायम रखा। प्रो. नागेंद्र राउत विजयी हुए। मतदाताओं ने उन्हें समर्थन देकर पार्टी में अपना विश्वास जताया, जिससे सुरसंड में जदयू की स्थिति और मज़बूत हुई।

Sursand Assembly Election 2025: सुरसंड विधानसभा सीट (Sursand Assembly Seat) बिहार के सीतामढ़ी जिले और सीतामढ़ी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। इस सीट पर जेडीयू ने अपना दबदबा बनाया है। प्रो. नागेंंद्र राउत ने जीत अपने नाम किया है।

सुरसंड विधानसभा चुनाव 2010: जदयू की नजदीकी जीत

2010 का चुनाव बेहद रोमांचक रहा।

  • शाहिद अली खान (JDU)- 38,542 वोट
  • जयनंदन प्रसाद यादव (RJD)- 37,356 वोट
  • जीत का अंतर - केवल 1,186 वोट

नोट: यहां जदयू ने बेहद कम अंतर से जीत हासिल की और अपनी पकड़ बनाई।

सुरसंड विधानसभा चुनाव 2015: आरजेडी की धमाकेदार जीत

2015 में मुकाबला एकतरफा हो गया।

  • सैय्यद अबु दोजाना (RJD) - 52,857 वोट
  • अमित कुमार (Independent)- 29,623 वोट
  • जीत का अंतर - 23,234 वोट

नोट: इस जीत ने साबित कर दिया कि आरजेडी के पास मजबूत जनाधार है।

सुरसंड विधानसभा चुनाव 2020: जदयू की वापसी

2020 में मुकाबला फिर से कड़ा हुआ।

  • दिलीप कुमार राय (JDU) - 67,193 वोट
  • सैय्यद अबु दोजाना (RJD)- 58,317 वोट
  • जीत का अंतर- 8,876 वोट

नोट: जदयू ने वापसी करते हुए आरजेडी से यह सीट छीन ली।

नोट: जेडीयू नेता दिलीप कुमार राय 12वीं पास हैं। उन पर दो आपराधिक केस हैं। उनकी कुला संपत्ति 4.80 करोड़ रुपए है और उन पर 29 लाख रुपए का लोन भी है।

सुरसंड विधानसभा चुनाव 2025: क्या होगा खेल?

  • अबकी बार 2025 का चुनाव और भी दिलचस्प होगा।
  • JDU शायद एक बार फिर दिलीप कुमार राय पर भरोसा जताएगी।
  • RJD अपने मजबूत नेता सैय्यद अबु दोजाना को उतार सकती है, जिन्होंने 2015 में बड़ी जीत दर्ज की थी।

नोट: यह सीट जातीय समीकरण और स्थानीय मुद्दों से प्रभावित रहती है। इसलिए यहां का मुकाबला हर बार टक्कर का होता है। सवाल यह है कि इस बार सुरसंड सीट पर कौन बाजी मारेगा- जदयू या आरजेडी?