RJD से निष्कासन के बाद तेज प्रताप यादव ने राघोपुर का दौरा कर बाढ़ प्रभावितों के बीच राहत सामग्री वितरित की। साथ ही उन्होंने इशारों-इशारों में अपने भाई और विधायक तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए राजनीतिक संदेश दिया।
पटनाः राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से निकाले जाने के बाद तेज प्रताप यादव लगातार जिलों का दौरा कर राजनीतिक और सामाजिक सक्रियता बढ़ा रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने आज अपने छोटे भाई और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के निर्वाचन क्षेत्र राघोपुर का दौरा किया। बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री का वितरण कर तेज प्रताप ने मदद का हाथ बढ़ाया, लेकिन साथ ही राजनीति का संदेश भी दिया।
बाढ़ पीड़ितों के बीच तेज प्रताप
राघोपुर के दियारा क्षेत्र में नाव से पहुंचकर तेज प्रताप ने सूखा राशन, दवाइयां और जरूरी सामान पीड़ितों में वितरित किया। उन्होंने कहा कि यहां के लोग बाढ़ से पीड़ित हैं और मदद के लिए पुकार रहे हैं, लेकिन सरकार की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। हम उनकी मदद करने आए हैं। हमारे साथ डॉक्टरों की टीम भी है जो चिकित्सा सेवा देने के लिए मौजूद है।
तेजस्वी पर भी साधा निशाना
राहत कार्यों के दौरान तेज प्रताप ने इशारों-इशारों में अपने भाई और वर्तमान विधायक तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यहां के विधायक को चाहिए कि समय निकालकर वो भी यहाँ आएँ, लोगों का हाल जानें, उनका दुख-दर्द समझें। घर-परिवार में व्यस्त रहकर यह काम नहीं होगा। तेज प्रताप की यह टिप्पणी राजनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण मानी जा रही है। यह इशारा स्पष्ट रूप से तेजस्वी पर केंद्रित था, जो दो बार से राघोपुर से विधायक हैं।
क्या यह मदद है या राजनीति?
तेज प्रताप की यात्रा का स्वरूप राहत कार्य का है, लेकिन राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह कदम एक मजबूत संदेश भी है। RJD से निष्कासन के बाद तेज प्रताप अपने समर्थन आधार को तलाश रहे हैं। बाढ़ प्रभावितों के बीच उनकी उपस्थिति उन्हें संवेदनशील और जनसेवा करने वाले नेता के रूप में पेश कर रही है। साथ ही यह कदम उनके राजनीतिक अस्तित्व को मजबूत करने का प्रयास भी माना जा रहा है।
राघोपुर सीट का चुनावी समीकरण
राघोपुर विधानसभा क्षेत्र बिहार की महत्वपूर्ण सीटों में से एक है। इसका निर्वाचन क्षेत्र संख्या 128 है और यह हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। यह सीट अनारक्षित है और यहाँ मुख्य रूप से RJD, JDU, BJP और कांग्रेस सक्रिय हैं। जातीय आधार पर यह क्षेत्र यादव बहुल है, यहाँ 31% यादव समुदाय, 18% अनुसूचित जाति, 3% मुस्लिम मतदाता हैं।
राघोपुर पर दो बार से तेजस्वी यादव का कब्जा है, और इसे उनके राजनीतिक गढ़ के तौर पर देखा जाता है। ऐसे में तेज प्रताप का यहाँ पहुँचना चुनावी समीकरण में हलचल पैदा कर सकता है। जानकार कहते है कि यदि तेज प्रताप लगातार यहाँ सक्रिय रहते हैं तो यह आगामी चुनावों में भाई-भाई के बीच राजनीतिक टकराव की संभावना को बढ़ा सकता है।
