तेजस्वी यादव 16-20 सितंबर 2025 तक एक बार फिर से बिहार की यात्रा पर निकलेंगे। यह होगी “बिहार अधिकार यात्रा”। जो जहानाबाद से शुरू होकर वैशाली में समाप्त होगी।
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सभी पार्टियां अपनी पूरी ताकत झोंक रही है। विपक्षी दलों की गतिविधियाँ भी तेज हो गई हैं। इसी क्रम में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अब “बिहार अधिकार यात्रा” की घोषणा कर दी है। पार्टी के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव इस यात्रा की शुरुआत 16 सितंबर 2025 से जहानाबाद से करेंगे। यात्रा 20 सितंबर 2025 तक चलेगी और इसका समापन लोकतंत्र की जननी वैशाली जिले में होगा।
जहां से गुजरेगी यात्रा, वहां होगा जनसंवाद
तेजस्वी यादव की यह यात्रा राजनीतिक और जनसंपर्क के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। पार्टी की ओर से जारी पत्र में सभी जिला अध्यक्षों, प्रखंड प्रभारियों, महानगर अध्यक्षों, पूर्व सांसदों, विधायकों, विधान पार्षदों, विधानसभा और लोकसभा क्षेत्रों के पूर्व प्रत्याशियों सहित संगठन के पदाधिकारियों से यात्रा की तैयारी में जुटने का निर्देश दिया गया है। पार्टी ने स्पष्ट कहा है कि यात्रा जिस विधानसभा क्षेत्र से होकर गुजरेगी, वहाँ एक निर्धारित स्थान पर लोगों से जनसंवाद किया जाएगा। नेताओं और कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया गया है कि वे तय स्थान पर उपस्थित होकर यात्रा को सफल बनाने में योगदान दें।
क्यों हो रही यात्रा?
पत्र में यह भी कहा गया है कि बिहार अधिकार यात्रा का उद्देश्य आम जनता से सीधे संवाद स्थापित करना, लोकतंत्र के मुद्दों को मजबूती से उठाना और प्रदेश में विपक्ष की भूमिका को प्रभावशाली बनाना है। यह यात्रा उसी तरह की जनसंघर्ष यात्रा होगी, जैसी पहले की गई वोटर अधिकार यात्रा में देखी गई थी। इस यात्रा से पार्टी को चुनावी तैयारियों में मजबूती मिलने की उम्मीद है।
जिलों में शुरू हुई तैयारी
RJD का यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब राज्य में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। वहीं, संगठन की रणनीति में यह यात्रा पार्टी की पकड़ को मजबूत करने और जनता के बीच अपनी सक्रियता बढ़ाने का प्रयास है। यात्रा की सफलता को लेकर पार्टी कार्यकर्ता और नेता उत्साहित हैं। कई जिलों में पहले से ही बैठकें कर तैयारी शुरू कर दी गई है। यात्रा के दौरान आमजन से संवाद, स्थानीय मुद्दों पर चर्चा, युवाओं और महिलाओं की भागीदारी तथा लोकतंत्र की रक्षा जैसे विषयों को प्रमुखता दी जाएगी।
चुनाव में होगा असर
तेजस्वी यादव की इस यात्रा को चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह यात्रा न केवल पार्टी की संगठनात्मक ताकत को बढ़ाएगी, बल्कि विपक्ष को एकजुट कर चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने का अवसर भी प्रदान करेगी।
