बिहार चुनाव 2025: मतदान 6 व 11 नवंबर, मतगणना 14 नवंबर को। RJD ने 44 सीटों पर संभावित उम्मीदवार तय किए हैं। यह सूची तेजस्वी की जातीय संतुलन, अनुभवी व नए चेहरों को साधने की रणनीति का हिस्सा है।

पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अब राजनीति में सरगर्मी अपने चरम पर है। चुनाव आयोग ने कार्यक्रम का ऐलान कर दिया है। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर, दूसरे चरण का 11 नवंबर और मतगणना 14 नवंबर को होगी। इसी बीच, महागठबंधन के सबसे बड़े घटक राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अपने चुनावी प्लान की झलक दिखा दी है। पार्टी ने 44 सीटों पर अपने संभावित उम्मीदवारों की सूची लगभग तय कर ली है।

यह सूची सिर्फ नामों का नहीं, बल्कि तेजस्वी यादव की राजनीतिक सोच, जातीय संतुलन और संगठनात्मक रणनीति का दस्तावेज मानी जा रही है। राजद ने परंपरागत वोटबैंक के साथ-साथ नए सामाजिक समीकरणों और युवा चेहरों को भी जगह दी है।

भरोसेमंद चेहरों की वापसी

राजद ने अपने पुराने और मजबूत किले माने जाने वाले क्षेत्रों में अनुभवी और जनाधार वाले नेताओं पर भरोसा जताया है। इन इलाकों में पार्टी का संगठन मजबूत है और पिछले चुनावों में भी यहां राजद का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा था।

बिहार चुनाव 2025 के लिए आरजेडी के संभावित 44 नाम

  • मुंगेर से अविनाश कुमार विद्यार्थी,
  • महिषी से गौतम कृष्णा,
  • झाझा से राजेंद्र प्रसाद,
  • उजियारपुर से आलोक कुमार मेहता,
  • मोरवा से रणविजय साहू,
  • समस्तीपुर से अख्तरुल इस्लाम शाहीन,
  • महुआ से मुकेश रौशन,
  • धोरैया से भूदेव चौधरी,
  • शेखपुरा से विजय कुमार,
  • संदेश से किरण देवी,
  • शाहपुर से राहुल तिवारी और
  • ब्रह्मपुर से शंभूनाथ यादव।

दूसरी श्रेणी: नए समीकरण और उभरते चेहरे

तेजस्वी यादव की रणनीति के दूसरे पहलू में नए सामाजिक गठजोड़ और उभरते नेताओं को अवसर देना शामिल है। पार्टी ने इस बार पिछड़े, अति पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग के युवा चेहरों को विशेष तरजीह दी है।

संभावित उम्मीदवार

  • दिनारा से विजय कुमार मंडल,
  • नोखा से अनीता देवी,
  • डेहरी से फतेह बहादुर कुशवाहा,
  • मखदूमपुर से सतीश कुमार,
  • ओबरा से ऋषि कुमार,
  • रफीगंज से मोहम्मद निहालुद्दीन,
  • सिमरी बख्तियारपुर से यूसुफ सलाउद्दीन,
  • मधेपुरा से चंद्रशेखर यादव,
  • जोकीहाट से शाहनवाज आलम,
  • लौकहा से भरत भूषण मंडल,
  • बहादुरगंज से मुजाहिद आलम और
  • बाजपट्टी से मुकेश कुमार यादव।

तीसरी श्रेणी: भरोसेमंद दिग्गज और तेजस्वी के ‘सुरक्षित सिपाही’

राजद की सूची में वे चेहरे भी हैं जो पार्टी के लंबे समय से स्तंभ रहे हैं, चाहे संगठन में हों या जनआंदोलन में। इन दिग्गजों को फिर से मैदान में उतारने का मकसद है अनुभव और स्थिरता का संदेश देना।

संभावित उम्मीदवार

  • नरकटिया से डॉ. शमीम अहमद,
  • मनेर से भाई वीरेंद्र,
  • हिलसा से शक्ति यादव,
  • फतुहा से रामानंद यादव,
  • एकमा से श्रीकांत यादव,
  • सिवान से अवध बिहारी चौधरी,
  • रघुनाथपुर से ओसामा सहाब,
  • कांटी से इसराइल मंसूरी,
  • दरभंगा ग्रामीण से ललित यादव,
  • बोधगया से कुमार सर्वजीत,
  • इमामगंज से उदय नारायण चौधरी,
  • जमुई से विजय प्रकाश,
  • गोह से भीम सिंह,
  • हायाघाट से भोला यादव,
  • मोहिउद्दीन नगर से एज्या यादव,
  • चकाई से सावित्री देवी,
  • सुरसंड से सैयद अबू दोजाना,
  • राघोपुर से तेजस्वी यादव और
  • पातेपुर से शिवचंद्र राम।

इनके अलावा मढ़ौरा से जितेंद्र कुमार राय का नाम भी तय माना जा रहा है।

नए बिहार का नया ब्लूप्रिंट

तेजस्वी यादव इस बार “सामाजिक न्याय प्लस विकास” के एजेंडे को लेकर चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, राजद की यह प्रारंभिक सूची सिर्फ एक शुरुआत है बाकी सीटों पर नाम महागठबंधन के सीट बंटवारे के बाद तय होंगे। कांग्रेस और वाम दलों के बीच सीट बंटवारे पर चल रही रस्साकशी के बीच, राजद ने पहले ही अपना रुख साफ कर दिया है। स्पष्ट है कि तेजस्वी यादव 2025 में किसी भी हाल में चुनावी पहल अपने हाथ में रखना चाहते हैं।