बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान 6 और 11 नवंबर को हो रहा है। चुनाव आयोग के निर्देशानुसार, एग्जिट पोल 11 नवंबर को शाम 6:30 बजे के बाद ही जारी किए जा सकेंगे। यह प्रतिबंध निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए लगाया गया है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का मतदान आज, 6 नवंबर को 121 सीटों पर हो रहा है, जबकि दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होना है। चुनाव का परिणाम 14 नवंबर को आएगा, लेकिन इससे पहले ही जनता की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि मतदान समाप्त होने के बाद एग्जिट पोल कब जारी होंगे। चुनाव आयोग ने एग्जिट पोल के प्रकाशन को लेकर सख्त नियम तय किए हैं, जिसके कारण आपको कुछ दिनों का इंतजार करना पड़ेगा।
एग्जिट पोल कब आएगा?
चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार, एग्जिट पोल 11 नवंबर 2025 की शाम 6:30 बजे के बाद ही जारी किए जा सकेंगे। आयोग ने 11 नवंबर को शाम 6:30 बजे तक प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया या किसी अन्य माध्यम से एग्जिट पोल के किसी भी प्रकाशन या प्रसार पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा रखा है। इसका सीधा अर्थ है कि जैसे ही दूसरे चरण का मतदान समाप्त होगा, तमाम सर्वे एजेंसियां और न्यूज़ चैनल बिहार में किस पार्टी की सरकार बन सकती है और किसको कितनी सीटें मिल सकती हैं, इसका अनुमान लगाना शुरू कर देंगे।
चुनाव आयोग का सख्त प्रतिबंध
भारत निर्वाचन आयोग ने निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए एग्जिट पोल के प्रसारण पर रोक लगाई है। इस अवधि के दौरान एग्जिट पोल का संचालन, प्रकाशन, प्रचार करने या किसी अन्य तरीके से किसी भी एग्जिट पोल के परिणाम को प्रसारित करने पर कानूनी प्रतिबंध होता है। यह नियम इसलिए लागू किया जाता है ताकि किसी एक चरण के मतदान के दौरान एग्जिट पोल का परिणाम अन्य चरणों के मतदाताओं को प्रभावित न करे।
क्या होता है एग्जिट पोल?
एग्जिट पोल एक प्रकार का चुनावी सर्वेक्षण होता है, जो मतदान वाले दिन किया जाता है। जब कोई मतदाता वोट डालने के बाद पोलिंग बूथ से बाहर निकलता है, तो सर्वे एजेंसियों के प्रतिनिधि उनसे सवाल पूछते हैं कि उन्होंने किस उम्मीदवार या पार्टी को वोट दिया है।
मतदान खत्म होने तक बड़ी संख्या में आंकड़े एकत्र किए जाते हैं। इन आंकड़ों के आधार पर, गणितीय मॉडल का उपयोग करके यह अनुमान लगाया जाता है कि सार्वजनिक रुझान किस ओर है और किस पार्टी को कितनी सीटें मिल सकती हैं। यह मतदान समाप्त होने के तुरंत बाद निर्णायक दौर में होता है और इससे पता चलता है कि लोगों ने किस पार्टी पर भरोसा जताया है। एग्जिट पोल आमतौर पर विभिन्न न्यूज़ चैनलों या पेशेवर सर्वे एजेंसियों द्वारा कराए जाते हैं।
