सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अंबिकापुर के दरिमा स्थित मां महामाया एयरपोर्ट का लोकार्पण किया। यह एयरपोर्ट सरगुजा संभाग की एयर कनेक्टिविटी की 8 दशक पुरानी मांग को पूरा करता है और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल देगा।

अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर के दरिमा स्थित मां महामाया एयरपोर्ट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया। इस लोकार्पण कार्यक्रम में राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी सम्मिलित हुए। यह एयरपोर्ट सरगुजा संभाग के लोगों की 8 दशक पुरानी एयर कनेक्टिविटी की मांग को पूरा करता है।

सरगुजा के विकास का सपना बचपन से देख रहे थे: सीएम विष्णु देव

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि सरगुजा के विकास का यह एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया कि बचपन से लेकर सार्वजनिक जीवन तक उनका अधिकतर समय सरगुजा में बीता है और उनका सपना रहा है कि सरगुजा जैसे आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के लोगों को भी वह सारी सुविधाएँ मिलें, जो अब तक बड़े शहरों और प्रदेश के अन्य हिस्सों में रहवासियों को मिलती रही हैं। अब सरगुजा भी विमान सेवा से देश के अन्य हिस्सों से जुड़ गया है, जिससे पर्यटन, वाणिज्यिक गतिविधियों और रोजगार के नए अवसरों का सृजन होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा सरगुजा और बस्तर जैसे क्षेत्रों का विकास सरकार की प्राथमिकता

सीएम साय ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में आने के बाद मेरे कार्य दायित्वों में रहते हुए जो बन पड़ा मैंने किया, लेकिन इस दौरान मैंने सरगुजा क्षेत्र के चहुंमुखी विकास के सपने को पूरा करने का हरसंभव प्रयास किया। सरगुजा के कुनकुरी विधानसभा की जनता ने मुझे विधायक चुना तो प्रदेश की जनता के आशीर्वाद से मुझे मुख्यमंत्री का दायित्व निभाने की जिम्मेदारी मिली है। ऐसे वक्त में मुझे लगता है कि अब तक विकास की मुख्यधारा में पिछड़े सरगुजा और बस्तर जैसे क्षेत्रों में विकास की नयी इबारत लिखने का समय है।

सरकार नक्सलवाद खत्म् करने के साथ विकास की राह भी कर रही तैयार

उन्होंने कहा कि एक ओर हम जहां बस्तर की बड़ी समस्या नक्सलवाद के खात्मे पर रणनीतिक रूप से काम कर रहे हैं तो दूसरी ओर सरगुजा जैसे पिछड़े क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं के विस्तार पर काम हो रहा है। इसी कड़ी में सरगुजा क्षेत्र में विमान उड़ान सेवा शुरू करने की बहुप्रतीक्षित मांग को पूरा करना प्राथमिकता में रहा है। मुझे खुशी है कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अंबिकापुर के दरिमा स्थित मां महामाया के नाम समर्पित एयरपोर्ट का लोकार्पण से मेरा प्रयास फलीभूत हुआ।

मां महामाया एयरपोर्ट सिर्फ हवाई अड्डा ही नहीं…

सीएम विष्णु देव साय ने कहा कि मां महामाया एयरपोर्ट सिर्फ एक नया हवाई अड्डा नहीं है, बल्कि हमारे राज्य के दूरस्थ इलाकों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास है। इस एयरपोर्ट से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा और क्षेत्र के विकास के नए रास्ते खुलेंगे। सरगुजा के लोगों के लिए यह एयरपोर्ट केवल यात्रा का नया जरिया नहीं है, बल्कि राज्य के आर्थिक और सामाजिक विकास का एक नया अध्याय है।

राज्य की प्रगति को मिलेगी नई ऊंचाईयां: मुख्यमंत्री

उन्होंने कहा कि अंबिकापुर के दरिमा में एयरपोर्ट का उद्घाटन छत्तीसगढ़ की प्रगति को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का संकेत है। सरगुजा के विमान सेवा से जुड़ने के बाद अब संभाग के सभी जिलों सरगुजा, जशपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के लाखों लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। वहीं विमान सेवा से जुड़ने का सकारात्मक असर सरगुजा संभाग के पर्यटन, वाणिज्यिक गतिविधियों पर भी देखने को मिलेगा। सरगुजा अंचल में पर्यटन की असीम संभवानाएं विद्यमान है।

सरगुजा क्षेत्र के ये है प्रमुख धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल

सीएम ने बताया कि सरगुजा क्षेत्र के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में राजारानी मंदिर, बाबा बम्लेश्वर मंदिर, सरगुजा पैलेस, कैलाश गुफाएं, प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर चिरमिरी, रामगढ़ स्थित जोगीमारा, सीताबेंगरा एवं लक्ष्मण गुफा तथा छत्तीसगढ़ का शिमला मैनपाट शामिल है। सरगुजा क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक स्थलों में कई मां महामाया मंदिर, राम मंदिर, बाबा भीम मंदिर, जैन मंदिर तथा मैनपाट स्थित बौद्ध मंदिर जैसे अनेक स्थान हैं। ऐसे में सरगुजा की प्राकृतिक सुंदरता और आदिवासी संस्कृति बाहरी पर्यटकों को आकर्षित करती रही है। अब आवागमन की सुविधा के विस्तार से यहां पर्यटन उद्योग को भी नई दिशा मिलेगी।

लोकल प्रोडक्ट को मिलेगा बड़ा बाजार

CM विष्णु देव साय ने कहा कि सरगुजा में एयरपोर्ट के खुलने से न केवल पर्यटन को बल मिलेगा, बल्कि यहां के स्थानीय उत्पाद जैसे हस्तशिल्प, कृषि उपज और शिल्पकला भी अब बड़े बाजारों तक आसानी से पहुंच सकेंगे, जिससे व्यापार में वृद्धि होगी। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि सरकार ने सरगुजा में सड़क, रेल और अन्य बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए भी कई योजनाएं बनाई हैं, जिससे यह क्षेत्र छत्तीसगढ़ के विकास की मुख्यधारा में शामिल हो सके।