सार
छत्तीसगढ़ केमुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर बस्तर ओलंपिक और पुलिस पुरस्कार समारोह का निमंत्रण दिया। बस्तर में नक्सलवाद विरोधी अभियानों की सफलता और विकास कार्यों पर चर्चा हुई।
छत्तीसगढ़ न्यूज: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बुधवार देर रात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से नई दिल्ली स्थित उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री को बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह और पुलिस पुरस्कार कार्यक्रम में शामिल होने का औपचारिक निमंत्रण दिया। जिसे गृह मंत्री ने स्वीकार कर लिया। बैठक में उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा भी मौजूद थे।
इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने केंद्रीय गृह मंत्री को छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियानों की हालिया उपलब्धियों और बस्तर संभाग में किए जा रहे विकास कार्यों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क, स्कूल, स्वास्थ्य सुविधाएं और रोजगार के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयासों से स्थानीय लोगों का विश्वास जीता है, जिससे माओवादी प्रभाव कमजोर हुआ है।
2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त करने का दावा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार और सुरक्षा बलों के संयुक्त प्रयासों से बस्तर क्षेत्र में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में घटनाओं में तेजी से कमी आई है। सुरक्षा बल लगातार प्रभावी ऑपरेशन चला रहे हैं और इसमें विकास कार्यों की अहम भूमिका रही है। सरकार के प्रयासों से बस्तर अब नक्सल मुक्त होने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त हो जाएगा।
उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री को बताया कि आत्मसमर्पित नक्सलियों और नक्सल प्रभावित परिवारों के पुनर्वास की योजनाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। इसके तहत पीएमएचएस (प्रधानमंत्री आवास योजना) के तहत 15 हजार मकानों का निर्माण जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि प्रभावित परिवारों को सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन प्रदान किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री को बस्तर ओलंपिक के महत्व और राज्य में इसके प्रभावों से भी अवगत कराया। उन्होंने बताया कि यह आयोजन युवाओं को खेलों के माध्यम से जोड़कर शांति और विकास की दिशा में एक प्रभावशाली कदम है। इस ओलंपिक में अब तक 1.65 लाख से अधिक युवा भाग ले चुके हैं।
बस्तर ओलंपिक का आयोजन
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि बस्तर ओलंपिक में हॉकी, फुटबॉल, कबड्डी और वॉलीबॉल सहित 11 पारंपरिक खेलों को शामिल किया गया है, जो युवाओं को एकता, सकारात्मकता और सामुदायिक भावना से जोड़ने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह आयोजन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास की नई लहर का प्रतीक है।
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