सार

दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने ईडी की कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने निचली अदालत के फैसले को भी चुनौती दी है। साथ ही मुकदमा चलाने के लिए सेक्शन नहीं लेने का भी हवाला दिया है।

दिल्ली। दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल एक बार फिर से शराब घोटाले से जुड़े मामले को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं। उन्होंने इस मामले में ईडी की कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा फिर से खटखटाया है। उन्होंने निचली अदालत के फैसले को भी चुनौती दी है, जिसमें ईडी की चार्जशीट पर संज्ञान लेने की बात मौजूद है।

कार्यवाही पर तुरंत रोक लगाने की मांग

पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने खिलाफ ट्रायल कोर्ट में चल रही कार्यवाही पर तुरंत रोक लगाने की गुजारिश की है। उन्होंने मुकदमा चलाने के लिए सेक्शन नहीं लेने का भी हवाला दिया है। 21 नवंबर के दिन अगली सुनवाई होने जा रही है। ईडी से जुड़े मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को 12 जुलाई 2024 के दिन अंतरिम जमानत दी थी। हालांकि सीबीआई के मामले में उन्हें राहत हासिल नहीं हुई थी। बाद में फिर 13 सितंबर के दिन इस मामले में उन्हें जमानत दी गई थी। तब से ही वो बाहर मौजूद हैं।

क्या है शराब घोटाला मामला?

शराब घोटाले के मामले में अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च के दिन गिरफ्तार किया था। इसी संदर्भ में उनके साथी और दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, राज्यसभा सासंद संजय सिंह और पार्टी के नेता विजय नायर भी जेल की हवा खाते दिखाई दिए थे। इस वक्त ये सभी नेता जमानत पर बाहर मौजूद हैं। इसकी शुरुआत तब हुई थी जब 17 नवंबर 2021 को नई आबकारी नीति लागू हुई थी। दिल्ली सरकार की तरफ से नीति को लागू करके सरकार के राजस्व को फायदा पहुंचाने की बात कही गई थी। हालांकि बाद में तत्कालीन मुख्य सचिव ने आबकारी नीति को लेकर एक रिपोर्ट उपराज्यपाल वीके सक्सेना को सौंप दी थी। इसमें गड़बड़ी होने की बात सामने आई थी। साथ ही मनीष सिसोदिया पर शराब कारोबारियों को लाभ पहुंचाने का आरोप भी लगाया गया था।

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