सार
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। एक चरण में चुनाव होगा। 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को वोटों की गिनती होगी।
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान मंगलवार को इलेक्शन कमिशन ने कर दिया। भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि एक चरण में चुनाव होंगे। 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को वोटों की गिनती होगी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखें
- गैजेट नोटिफिकेशन जारी होने की तारीख- 10 जनवरी 2025
- नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख- 17 जनवरी 2025
- नामांकन जांच की तारीख- 18 जनवरी 2025
- नाम वापस लेने की आखिरी तारीख- 20 जनवरी 2025
- मतदान की तारीख- 5 फरवरी 2025
- वोटों की गिनती की तारीख- 8 फरवरी 2025
- चुनाव पूरा करने की आखिरी तारीख- 10 फरवरी 2025
चुनाव की तारीखों का ऐलान करने के पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव से रिलेटेड आंकड़ें पेश किए साथ ही ईवीएम और वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों को लेकर लगे आरोपों का सिलसिलेवार जवाब दिया। उन्होंने बताया कि हम एक अरब वोटर्स वाला देश बनने जा रहे हैं। यह एक रिकॉर्ड है।
दिल्ली चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही राज्य में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गया है। दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को खत्म हो रहा है।
शायराना अंदाज में ईवीएम पर लगे आरोपों का जवाब
सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव बहुत ही बढ़िया बगिया है इसको आप सजाते रहिए। पूरी दुनिया में 2024 में चुनाव हुए। 2024 में 8 राज्यों में चुनाव हुए और लोकसभा चुनाव हुए। विश्व में मैक्सिमम वोटिंग का रिकॉर्ड हमारे पास बना। वायलंस फ्री इलेक्शन और महिलाओं की भागीदारी की रिकॉर्ड बना। एक और मुकाम हम हासिल करने वाले हैं। हम 99 करोड़ वोटर्स को पार कर रहे हैं। हम एक अरब वोटर्स वाला देश बनने वाले हैं। ये एक वर्ल्ड रिकॉर्ड होगा।
चुनाव डेट का ऐलान करने के लिए आयोजित प्रेस कांफ्रेंस ने राजीव कुमार ने ईवीएम गड़बड़ी के आरोपों का जवाब शायराना अंदाज में देते हुए कहा कि कर न सके इकरार तो कोई बात नहीं, मेरी वफा का इन्हें ऐतबार तो है, शिकायत भले ही हो, मगर सुनना, सहना सुलझाना हमारी आदत है।
राज्य की 70 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस प्रमुख रूप से चुनाव मैदान में हैं। आप तीन बार से दिल्ली की सत्ता पर काबिज हैं। आम आदमी पार्टी के पहले दिल्ली में कांग्रेस ने पूर्व सीएम शीला दीक्षित के नेतृत्व में 15 साल तक शासन किया।
दिल्ली विधानसभा सीटों का समझिए गणित
दिल्ली में 70 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से 58 सीटें सामान्य या अनरिजर्व्ड है। जबकि 12 सीटें एससी के लिए रिजर्व है। सरकार बनाने के लिए कम से कम 36 विधायक दिल्ली के लिए चाहिए। इस बार 1.55 करोड़ के आसपास वोटर्स दिल्ली की सरकार बनाने के लिए वोट करेंगे। इनमें से 83.49 लाख पुरुष वोटर और 71.74 लाख महिला वोटर्स हैं। 1261 थर्ड जेंडर भी वोटरलिस्ट में रजिस्टर्ड हैं। इस बार दिल्ली सरकार बनाने के लिए 2.08 लाख वोटर पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
क्या था पिछले चुनावों का नतीजा?
दिल्ली विधानसभा 2020 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनायी थी। आप ने 70 सीटों में 62 सीटों पर जीत हासिल की थी। आप को कुल पड़े वोट्स में 53.57 प्रतिशत वोट मिले थे। जबकि बीजेपी को 8 सीटें मिली थी और उसने 38.51 प्रतिशत वोट पाया था। कांग्रेस का बेहद शर्मनाक प्रदर्शन रहा और एक भी सीट न जीत सकी थी। इसी तरह 2015 में आप ने 70 में 67 सीटें जीती थीं और बीजेपी को महज 3 सीट हासिल हुई थी। कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था।
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