सार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शादी समारोहों में कीमती सामान चुराने वाले "बैंड, बाजा, बारात" गिरोह का भंडाफोड़ किया। गैंग के 4 सदस्य गिरफ्तार। जानें गैंग की लूटपाट के तरीके की पूरी कहानी।
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शादी समारोहों में कीमती सामान चुराने वाले कुख्यात “बैंड, बाजा, बारात” गैंग का भंडाफोड़ किया है। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले से जुड़े इस गैंग के 4 सदस्यों को वेटर के रूप में गिरफ्तार किया गया है। इनकी कहानी सुनकर पुलिस वाले भी चौंक गए। आइये जानते हैं।
अपराध का पारिवारिक स्वरूप
इस गिरोह का संचालन बेहद व्यवस्थित तरीके से होता था। कड़िया और गुलकशी गांवों से जुड़े ये अपराधी महिलाओं और बच्चों को भी चोरी में शामिल करते थे। पुलिस के अनुसार ये लोग शादी के बैंक्वेट हॉल को निशाना बनाते थे और समारोह के दौरान बैग और पर्स चोरी करते थे। चोरी का सामान उनके गांवों में भेजा जाता था, जहां यह सुरक्षित रखा जाता था।
गैंग में कांट्रैक्ट बेस्ड पर मिलती थी इंट्री
गिरोह के सदस्य कांट्रैक्ट बेस पर गैंग में शामिल होते थे और काम करते थे, जो प्रति चोरी 50,000 रुपये तक का होता था। वे देशभर में घूमते हुए शादियों में चोरी को अंजाम देते थे। पुलिस ने बताया कि गिरोह ने चोरी की घटनाओं की योजना बेहद सावधानीपूर्वक बनाई थी।
गैंग के सरगना के पास मिले 5 मोबाइल व 12 सिम
गैग के सरगना राजू को पुलिस ने पांच मोबाइल फोन और 13 सिम कार्ड के साथ गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने हरियाणा और दिल्ली में कई चोरियों में शामिल होने की बात स्वीकार की। महिलाओं की भागीदारी ने गिरोह को और भी खतरनाक बना दिया।
कैसे पकड़े गए?
पुलिस ने विभिन्न स्थानों के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर इन चोरों का पता लगाया। चोरी किया गया सामान उनके गांवों तक ट्रैक किया गया। अधिकारियों ने बताया कि जमानत मिलने के बाद यह गिरोह अदालत में पेश नहीं होता था, जिससे इन्हें गिरफ्तार करना मुश्किल हो गया।
पुलिस का बयान
पुलिस ने खुलासा किया कि यह गिरोह दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय था। गिरोह के व्यवस्थित दृष्टिकोण और पारिवारिक सदस्यों के शामिल होने से इनके अपराधों का पता लगाना मुश्किल हो रहा था। चार सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस पूरे नेटवर्क को खत्म करने और चोरी का सामान बरामद करने के लिए काम कर रही है।