सार
दिल्ली में एक बार फिर से प्रदूषण का लेवल सातवें आसमान पर पहुंच गया है। ऐसे में जानिए फिर से दिल्ली में लगी है कौन सी नई पाबंदियां। ताकि बच्चों से लेकर बुजुर्गों को न हो किसी भी तहर से परेशानियां।
नई दिल्ली। दिल्ली में इस वक्त प्रदूषण का लेवल और भी ज्यादा खतरनाक होता हुआ दिखाई दे रहा है। दिल्ली की हवा फिर से जहरीली होती हुई नजर आ रही है। ऐसे में बच्चों से लेकर बड़े उम्र के लोगों को इसके चलते काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रात को 10 बजे फिर से एक्यूआई 400 के पार चला गया है। प्रदूषण को कंट्रोल किया जा सकें उसके लिए सीपीसीबी और पर्यावरण मंत्रालय की तरफ से गठित सीएक्यूएम ने एक इमजेंसी मीटिंग बुलाई। उसके अंदर दिल्ली में फिर से ग्रैप-4 लाग करने का फैसला लिया गया। आज से ये फैसला लागू कर दिया गया है। 16 दिसंबर तक ग्रैप 3 दिल्ली में लागू था। इसके संदर्भ में कई सारी पाबंदियां हटाई गई थी।
ग्रैप र् के चलते हाईवे और फ्लाईओवर जैसी पब्लिक प्रोजेक्ट्स के साथ-साथ सभी तरह के कंस्ट्रक्शन और तोड़फोड़ के काम पर रोक लगा दी गई है। साथ ही गैर-जरूरी सामान ले जाने वाले ट्रकों की एंट्री पर भी रोक लगा दी गई है। ग्रैप 4 के तहत 9वीं से लेकर 11 वीं क्लास की पढ़ाई भी अब हाईब्रिड मोड में चलने वाली है। वहीं, 10वीं और 12वीं क्लास की पढ़ाई कैसे होगी इस बात का फैसला स्कूल पर छोड़ दिया गया है। हवा की क्वालिटी पर नजर रखने के लिए ग्रैप 3 को लागू किया गया था। सोमवास के दिन एक्यूआई 379 था। रोहिणी में एक्यूआई 451, आईटी में 425, मंदिर मार्ग में 412, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में एक्यूआई 411 दर्ज किया गया है।
एयर क्वालिटी को कैसे मापा जाता है?
दरअसल दिल्ली में हवा बिल्कुल शांत हो चुकी है। इसी वजह से प्रदूषण का लेवल का बढ़ गया है। साथ ही दिल्ली में कोहरे भी बढ़ता चला जा रहा है। एक्यूआई यदि 0 से 50 के बीच दर्ज होता है तो वो अच्छा माना जाता है। वहीं, 51 से 100 एक्यूआई संतोषजनक, 101 से 200 एक्यूआई किसी जगह दर्ज होता है तो मध्यम माना जाता है। 201 से 300 के बीच एक्यूआई खराब माना जाता है। 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच एक्यूआई गंभीर कैटेगिरी में शामिल होता है। अब आप इस आकंडे के हिसाब से दिल्ली की स्थिति का अंदाजा लगा सकते हैं।
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