सार
नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का लेवल सातवें आसमान पर पहुंच रहा है। सड़कों पर दौड़ते हुए वाहन परेशानी और बढ़ने का काम कर रहे हैं। इस परेशानी का हल निकालने के लिए पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा के निर्देश पर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एक संयुक्त टास्क फोर्स का गठन किया है। संयुक्त टास्क फोर्स में हरियाणा-यूपी के छह जिलों के ट्रैफिक डीसीपी भी शामिल है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के एक एडिशनल पुलिस कमिश्नर को नोडल अधिकारी के तौर पर इस फोर्स में शामिल किया गया है। संयुक्त टास्क फोर्स का काम ग्रेप 4 के अंतगर्त जिन कारों को प्रतिबंधित किया गया है वो दिल्ली की सीमा तक पहुंचने से पहले पड़ोसी राज्यों के अलग-अलग में एंट्री न कर पाएं इसका ध्यान रखना है।
पुलिस सीमाओं पर बैनर और संयुक्त पिकेट लगाकर 15 साल पुराने औऱ 10 दस साल पुराने डीजल वाहनों को जब्त करने के साथ-साथ ग्रेप 4 में प्रतिबंधित वाहनों का चालान काट रही है। इसके अलावा जिन ट्रैफिक इंस्पेक्टर की ड्यूटी सीमाओं पर लगी हुई है। उनका एक वॉट्सऐप ग्रुप बनाया गया है। इसके अंदर सीनियर अधिकारी भी शामिल है। ताकि अहम जानकारी से जुड़ी चीजें इसमें डाल सकें।
दिल्ली का एक्यूआई लेवल खराब
जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली में प्रदूषण को लेकर पाबंदियां जो लगाई हुई वो अभी भी जारी रहेंगी। इस मामले की सुनाई को लेकर सुप्रीम कोर्ट के जज अभय ओक और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की बेंच ने 5 दिसंबर की तारीख तय की है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार से सवाल भी पूछा कि ट्रकों को राष्ट्रीय राजधानी में एंट्री करने से रोकने के लिए प्रतिबंधों को लागू करने के लिए कितने अधिकारी तैनात किए गए हैं? दिल्ली का एक्यूआई लेवल इस वक्त खराब चल रहा है। 274 एक्यूआई लेवल दर्ज किया गया है। वहीं, कुछ इलाके ऐसे हैं जहां का एक्यूआई 300 से 400 के बीच दर्ज किया गया है। जहांगीरपुरी में 307, मुंडका में 325, नेहरू नगर में 304, आरके पुरम में 303, रोहिणी में 302, शादीपुर में 342, सिरी फोर्ट में 306 बना हुआ है।
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