सार
दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP, BJP और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला चल रहा है। केजरीवाल तीसरी बार सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही है तो वहीं BJP और कांग्रेस अपनी खोई जमीन वापस पाने के लिए तैयारी में हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस बार का विधानसभा चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है। वोटिंग आज 5 फरवरी सुबह 7 बजे से शुरू हो जाएगी। इस चुनाव में 1.56 करोड़ से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। 70 विधानसभा सीटों के लिए कुल 699 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस अपनी खोई हुई जमीर और गौरव वापस पाने की कोशिश कर रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि दिल्ली की जनता आज किस पार्टी को अपना समर्थन देती है।
दिल्ली में किसकी सरकार?
दिल्ली विधानसभा चुनाव में तीन प्रमुख पार्टियों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। इस बार भी अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में आम आदमी पार्टी (AAP) अपनी कल्याणकारी योजनाओं के दम पर जनता को फिर से लुभाने में लगी है। पार्टी का लक्ष्य है कि वह लगातार तीसरी बार दिल्ली में सत्ता में वापसी करे और अपने कामकाजी शासन के सिद्धांतों पर भरोसा दिखाए। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (BJP) पिछले 25 वर्षों से दिल्ली की सत्ता से दूर रही है, और इस बार वह किसी भी हाल में सरकार बनाने के लिए पूरा जोर लगा रही है। भाजपा का जोरदार प्रचार और योजनाओं पर फोकस इस चुनाव को और दिलचस्प बना रहा है, क्योंकि पार्टी दिल्ली में अपनी वापसी की उम्मीद लगाए हुए है। कांग्रेस, जो कभी दिल्ली की सबसे मजबूत पार्टी थी और 2013 तक लगातार सत्ता में थी, पिछले दो चुनावों में एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। इस बार कांग्रेस अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को बचाने के लिए पूरी तरह से मैदान में डटी है और चुनावी रणनीति के तहत अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
यह भी पढ़ें: रतन टाटा के करीबी दोस्त शांतनू नायडू को Tata Motors में मिली बड़ी जिम्मेदारी
8 फरवरी को घोषित होंगे चुनाव के परिणाम
दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम 8 फरवरी को घोषित होंगे। इस उच्च-दांव वाले चुनाव के परिणाम का इंतजार करते हुए मुख्य सवाल यह है कि क्या आम आदमी पार्टी (AAP) दिल्ली में अपनी स्थिति बनाए रखेगी, क्या भाजपा अपनी हार की लकीर तोड़ेगी, या क्या कांग्रेस सत्ता में अपनी चौंकाने वाली वापसी करेगी? मतदाता मतदान इस चुनाव के परिणाम में अहम भूमिका निभाएगा, और दिल्ली के मतदाता पर सभी की निगाहें होंगी कि कौन सी पार्टी विजेता बनकर उभरेगी।
70 सीटों पर किसका होगा कब्जा?
दिल्ली के विधानसभा चुनाव 5 फरवरी, 2025 को हो रहे हैं, जो अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद हो रहे हैं। इस चुनाव में AAP, BJP और Congress के बीच मुकाबला और भी तेज होने वाला है। इन चुनावों के परिणाम यह तय करेंगे कि दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर किस पार्टी का कब्जा होगा। पोलिंग स्टेशन 5 फरवरी, 2025 को सुबह 7:00 बजे से लेकर 6:00 बजे तक खुले रहेंगे। मतदाताओं को सुझाव दिया जाता है कि वे जल्दी पहुंचे ताकि लंबी कतारों से बच सकें और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें।