सार

शादी के लिए दूल्हा-दुल्हन एक-दूसरे के लिए ठीक है या फिर नहीं उसका पता लगाने का का डिटेक्टिव एजेंसियां कर रही है। वो इसके लिए कई जासूस हायर कर रही है।

नई दिल्ली। शादी एक बेहद ही पवित्र रिश्ता होता है। ऐसे में लड़का-लड़की एक दूसरे के लिए सही है या फिर नहीं ये सबसे बड़ा सवाल सबके मन में बसा होता है। इस परेशानी को हल करने का काम अब दूल्हा-दूल्हन की जासूसी करने वाली डिटेक्टिव एजेंसियां कर रही हैं। माता-पिता की टेंशन खत्म करने का काम ये एजेंसियां कर रही हैं। इन एजेंसियों से जुड़े जासूस जीवन साथी की कुंडली खंगलाने का काम कर रहे हैं। ताकि सही इंसान से लड़का औऱ लड़की दोनों की शादी हो सकें।

दरअसल नई दिल्ली की रहने वाली भावना पालीवाल ने तेजस डिटेक्टिव एजेंसी की स्थापना की है। उनकी एजेंसी लड़का-लड़की दोनों की जासूसी करने का काम करती है। हर महीने उनकी टीम 8 मामलों को हैंडल करती हुई दिखाई देती है। उनके पास एक महिला एक आदमी की जासूसी करवाने के लिए आई थी, जिसने उनसे दावा किया था कि वो साल भर में 70,700 डॉलर कमाता है, लेकिन जब जांच की गई तो पता चला कि वो केवल 7,070 डॉलर की कमाई कर रहा है।

पति-पत्नी भी करवाते हैं एक-दूसरे की जासूसी

एक औरत को अपनी बेटी की शादी करवानी थी। ऐसे में उन्होंने लड़के के बारे में पता करने के लिए भावना पालीवाल की एजेंसी की मदद ली थी। भावना पालीवाल ने अपनी बात रखते हुए कहा कि जासूसी करना एक बुद्धिमानी का काम है। जासूसी करवाने में 8,501 से लेकर 1,70,029 रुपये का खर्चा आता है। इतना ही नहीं पति-पत्नी भी एक-दूसरे की जासूसी करवाने का काम करते हैं। इसके अलावा निजी जासूस आकृति खन्नी ने तो ये भी बताया कि कुछ लोग तो ये पता लगाना चाहते हैं कि उनका दूल्हा सही में समलैंगिक है या फिर नहीं। वहीं, जासूस संजय सिंह ने कहा कि पहले ये काम परिवार के लोग या फिर पुजारी किया करते थे, लेकिन अब बड़े शहरों में सामाजिक नेटवर्क पूरी तरह से हिला हुआ है। यही वजह है कि शादी से पहले रिश्ते की जांच पारंपरिक तरीके से करना किसी चुनौती से कम नहीं है।