उत्तर प्रदेश के SIR अभियान पर संसद में सियासी संग्राम तेज। राहुल गांधी ने मतदाता सूची में गड़बड़ी, BLO पर बढ़ते दबाव और मौतों का मुद्दा उठाया। संजय सिंह ने राज्यसभा में कार्य स्थगन नोटिस दिया, जबकि अमित शाह सरकारी पक्ष रखेंगे।

नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होते ही माहौल गरम हो गया है। चुनाव सुधारों पर होने वाली व्यापक बहस से पहले विपक्ष ने उत्तर प्रदेश में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) पर सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है। हवा में हलचल ऐसी कि सत्र की शुरुआत से ही दोनों सदनों में बहस, आरोप और जवाबी हमलों का सिलसिला शुरू हो गया है।

राज्यसभा में संजय सिंह का नोटिस, SIR पर तत्काल चर्चा की मांग

मंगलवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने नियम 267 के तहत कार्य स्थगन का नोटिस देते हुए SIR को लेकर तत्काल चर्चा की मांग उठाई। उनका कहना है कि यूपी समेत कई राज्यों में चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान में गंभीर अनियमितताएं सामने आ रही हैं और इस पर सदन में खुलकर बहस होनी चाहिए।

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लोकसभा आज उठाएगी चुनाव सुधारों का मुद्दा

लोकसभा में आज चुनाव सुधारों पर विस्तृत चर्चा प्रस्तावित है, जिसमें SIR प्रक्रिया भी शामिल होगी। कांग्रेस लंबे समय से आरोप लगाती रही है कि SIR के दौरान वोटर लिस्ट में गड़बड़ियां की जा रही हैं और बड़ी संख्या में सच्चे मतदाता हटाए जा रहे हैं।

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी इस मुद्दे पर चर्चा की शुरुआत कर सकते हैं। कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल के अलावा मनीष तिवारी, वर्षा गायकवाड़, इमरान मसूद, उज्ज्वल रमण सिंह, मोहम्मद जावेद, ईसा खान और रवि मल्लू भी बहस में हिस्सा लेंगे।

अमित शाह करेंगे सरकार का पक्ष पेश

राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह SIR पर सरकार का पक्ष रखने के लिए तैयार हैं। लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में इस चर्चा के लिए कुल 10 घंटे का समय निर्धारित किया गया है।

राहुल गांधी का गंभीर आरोप ‘यह सुधार नहीं, थोपे गए अत्याचार’

राहुल गांधी ने नवंबर में SIR को लेकर चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला था। उन्होंने कहा:

SIR एक सुनियोजित चाल है। नागरिकों को परेशान किया जा रहा है और BLOs की मौतों को सामान्य बता दिया जाता है। यह सुधार नहीं, सत्ता बचाने की साजिश है।

उन्होंने दावा किया कि पिछले तीन हफ्तों में 16 BLOs की मौत हुई हैं, दिल का दौरा, तनाव और आत्महत्या जैसी घटनाओं के चलते। राहुल गांधी के अनुसार, नई प्रक्रिया इतनी जटिल बना दी गई है कि लोग खुद ही वोट ढूंढने से थक जाते हैं और वोट चोरी का रास्ता साफ हो जाता है।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब भारत दुनिया के लिए अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर बना सकता है, तो मतदाता सूची को डिजिटल, खोजने योग्य और मशीन-पठनीय बनाने में चुनाव आयोग पीछे क्यों है।

सरकार बनाम विपक्ष, आज होगी बड़ी राजनीतिक टक्कर

मंगलवार को राहुल गांधी एक बार फिर SIR पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देने वाले हैं, जबकि सरकार ने अपने पक्ष को मजबूती से रखने की तैयारी कर ली है। संसद का यह शीतकालीन सत्र 1 दिसंबर से शुरू हुआ है और 19 दिसंबर तक चलेगा। चुनाव सुधारों को लेकर यह बहस आने वाले दिनों की राजनीति पर बड़ा प्रभाव डाल सकती है।

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