काशी विश्वनाथ मंदिर में सुगम दर्शन के नाम पर श्रद्धालुओं से अवैध वसूली करने वाले सात लोगों को वाराणसी पुलिस ने गिरफ्तार किया। सीसीटीवी फुटेज की मदद से पकड़े गए आरोपियों पर दुर्व्यवहार और धन उगाही के आरोप, पुलिस ने BNS की धाराओं में केस दर्ज किया।
श्रद्धा की नगरी काशी में इन दिनों भक्तों की भीड़ कुछ इस कदर उमड़ रही है कि हर कदम पर प्रशासन की सतर्कता की परीक्षा होती दिख रही है। इसी माहौल के बीच एक ऐसा मामला सामने आया जिसने श्रद्धालुओं को झटका दिया, सुगम दर्शन के नाम पर हो रही अवैध वसूली का पूरा खेल बेनकाब हो गया। पुलिस ने इस पूरे नेटवर्क पर कार्रवाई करते हुए सात लोगों को पकड़ लिया है।
सुगम दर्शन की आड़ में मनमानी वसूली का खेल उजागर
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को लेकर पुलिस को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ लोग देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को तेज दर्शन का लालच देकर उनसे मनमाना पैसा वसूलते हैं। कई शिकायतों की जांच में यह बात स्पष्ट हुई कि मंदिर परिसर के आसपास कुछ लोग खुद को मददगार बताकर अवैध रूप से धन उगाही कर रहे थे।
इतना ही नहीं, कई श्रद्धालुओं ने दुर्व्यवहार और जबरन पैसे की वसूली की बातें भी पुलिस को बताई थीं। बढ़ती शिकायतों को देखते हुए दशाश्वमेध पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की सूचना के आधार पर कार्रवाई तेज की।
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बांस फाटक क्षेत्र से सात लोग गिरफ्तार
पुलिस टीम ने दबिश देकर बांस फाटक इलाके से सात आरोपियों को पकड़ा। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में शामिल हैं-
- गणेश जयसवाल (22), निवासी टेढ़ी नीम
- अमन कुमार (22), निवासी हीरावनपुर, सिन्धौरा
- कैलाशनाथ पांडेय, निवासी लहरतारा, मण्डुआडीह
- रितेश पांडेय (20), निवासी बड़ी पियरी
- वहीद अहमद (42), निवासी बड़ादेव, गोदौलिया
- रामबली बिंद (25), निवासी संकुल घारा पोखरा
- रवि पांडेय (21), निवासी ढ़ेलवरिया पानी टंकी
पुलिस ने सभी को मौके से हिरासत में लेकर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
थाना प्रभारी का बयान
दशाश्वमेध थाना प्रभारी उपेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि ये लोग काशी विश्वनाथ मंदिर में सुगम दर्शन के नाम पर श्रद्धालुओं को भ्रमित करते थे, उनसे दुर्व्यवहार करते और पैसे की अवैध वसूली करते थे। सभी आरोपियों को BNS की धारा 170/126/135 के तहत गिरफ्तार कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और बढ़ता अवैध नेटवर्क
काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के बाद मंदिर में श्रद्धालु संख्या कई गुना बढ़ चुकी है। इसी भीड़ का लाभ उठाकर कुछ लोग खुद को ‘सहायता करने वाला’ बताकर अवैध कमाई में जुट जाते हैं। पुलिस की यह कार्रवाई ऐसे ही नेटवर्क पर बड़ा प्रहार मानी जा रही है।
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