सार
गुजरात के अहमदाबाद के सीरियल किलर नवलसिंह चावड़ा ने 14 साल में 12 हत्याएं करने का जुर्म कबूल किया। काला जादू और सुसाइड नोट के जरिए लोगों को मौत के घाट उतारने की उसकी कहानी बेहद चौंकाने वाली है। आइए जानते हैं इसका रीजन उसने क्या बताया है?
अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद शहर का नवलसिंह चावड़ा, एक ऐसा सीरियल किलर, जिसका कुबूलनामा ही रोंगटे खड़े करने वाला है। जिसने पिछले 14 सालों में 12 लोगों की हत्या की और एक ऐसे तरीके से फरार रहा, जिसने उसे पुलिस से तब तक बचाए रखा, जब तक कि एक व्यक्ति ने उसे हमेशा के लिए खत्म करने का फैसला नहीं कर लिया। गिरफ्तारी के 7 दिन बाद रविवार (8 दिसंबर) को उसकी मौत हो गई। चावड़ा की मौत कथित तौर पर पुलिस हिरासत में सीने में दर्द की शिकायत के बाद हुई।
पुलिस के सामने किए चौंकाने वाले खुलासे
पुलिस के अनुसार पूछताछ के दौरान इस सीरियल किलर ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए, जिसमें उसने अपनी मां, दादी और चाचा की हत्या समेत 12 हत्याएं करना स्वीकार किया। चावड़ा ने पुलिस को बयान दिया था कि उसने 14 साल पहले पहली हत्या के रूप में अपनी दादी को मारा था।
कारण 1, तरीका वहीं और हत्याएं 3
TOI की एक रिपोर्ट के अनुसार नवल सिंह चावड़ा ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उसने अपनी दादी, मां और चाचा की हत्या करने की है। उसने पुलिस को हत्या का कारण भी बताया जो एक ही था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि नवल सिंह चावड़ा ने 2010 में अपनी दादी मंगू वानिया की हत्या कर दी थी, क्योंकि वह उम्र से संबंधित बीमारियों से पीड़ित थीं और वह उन पर पैसे खर्च नहीं करना चाहता था। उसने उन्हें पानी में जहर मिलाकर पिलाया और कहा कि यही एक उपाय है बीमारियों से छुटकारा पाने का और उनकी मौत हो गई।
9 महीने पहले मां और 11 महीने पहले चाचा को मार डाला
पुलिस ने बताया कि करीब 9 महीने पहले उसने अपनी मां को मारने के लिए भी यही तरीका अपनाया था, जब वह बीमार पड़ गई थीं और घरेलू मुद्दों पर अक्सर झगड़ती रहती थीं। इस साल जनवरी में उसके चाचा सुरा चावड़ा बीमार पड़ गए। चावड़ा ने शुरू में तो उनके इलाज पर पैसे खर्च किया, लेकिन जब उनकी हालत बिगड़ गई तो उसने अपने चाचा के पेय पदार्थ में जहर मिलाकर उन्हें मार डाला।
सीरियल किलर ने कहां कितनी की हत्याएं?
पुलिस के अनुसार इस व्यक्ति ने गुजरात भर में कई स्थानों पर कई लोगों की हत्या की। पुलिस के अनुसार उसने अहमदाबाद में एक, अपने पैतृक गांव सुरेंद्रनगर में 6 (एक ही परिवार के 3), राजकोट में 3 और वांकानेर और अंजार में अलग-अलग हत्याएं करने की बात स्वीकार की थी। उसने जिन पीड़ितों की हत्या करने की बात कबूल की, उनमें से एक विवेक गोहिल था, जिसका शव अगस्त 2021 में अहमदाबाद के असलाली में मिला था। इसी मामले में उसे पहली बार गिरफ़्तार किया गया था।
खुद को अलौकिक शक्तियों वाला चमत्कारी पुरुष बताता था नवल
नवल सिंह चावड़ा दावा करता था कि उसके पास अलौकिक शक्तियां और चमत्कार करने की क्षमताएं हैं। वह एक टैक्सी ड्राइवर के रूप में काम करता था और उसका एक YouTube चैनल भी था, जहां वह कुछ गुप्त साधनाएं करता था और काले जादू पर सामग्री पोस्ट करता था। हालांकि वह अपने पीड़ितों को चुपचाप पानी में घुला सोडियम नाइट्राइट देता था। रिपोर्ट में कहा गया है कि उसका वधावन, सुरेंद्रनगर में एक मंदिर था, जहां वह काला जादू करता था।
हत्या से पहले मृतकों से लिखवा लेता था सुसाइड नोट
पुलिस ने कहा कि आरोपी ने जिन लाेगों की हत्या की उन्हे मारने से पहले उनसे सुसाइड नोट भी लिखवाए। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि चावड़ा ने राजकोट और सुरेन्द्रनगर के एक परिवार से सुसाइड नोट लिखवाए थे। वह उन्हें बताता था कि ये गुप्त अनुष्ठानों का हिस्सा हैं और फिर उन्हें मार देता था। इन हत्याओं में चूंकि सुसाइड नोट थे, इसलिए मामले की कभी जांच नहीं की गई और फाइलें हमेशा के लिए बंद कर दी गईं।
आखिर कैसे खुली नवलसिंह की साजिश की पोल?
जिगर गोहिल (24) ने अपने भाई विवेक गोहिल की मौत के बाद 2 साल तक नवल सिंह चावड़ा के खिलाफ सबूत जुटाए, जिसे शुरू में एक सड़क दुर्घटना बताया गया था। उसने नवल सिंह चावड़ा से दोस्ती की और उसके नाइट शिफ्ट टैक्सी ड्राइवर के रूप में काम किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि जिगर को साणंद के व्यवसायी अभिजीत राजपूत को एक फर्जी धन बढ़ाने का अनुष्ठान के दौरान जहर देने की उसकी योजना के बारे में पता चला। उसने पुलिस को सूचित किया, जिससे हत्या रुक गई। पुलिस ने 1 दिसंबर को चावड़ा को गिरफ्तार कर लिया। उसने व्यवसायी से गुप्त साधना के माध्यम से उसके धन को चौगुना करने का वादा किया था।