Political clash in Karnataka: विपक्षी दल बीजेपी ने आरोप लगाया है कि राजधानी बेंगलुरु समेत राज्य के ज्यादातर हिस्सों में सड़कें पूरी तरह से खराब हो चुकी हैं। इसी के विरोध में पार्टी ने 24 सितंबर को राज्य भर में चक्का जाम करने का फैसला किया है।

BJP statewide road blockade: राजधानी बेंगलुरु समेत राज्य के ज्यादातर हिस्सों में सड़कों की खराब हालत को लेकर विपक्षी दल बीजेपी ने 24 सितंबर को राज्यव्यापी चक्का जाम करने का फैसला किया है। यह फैसला शहर के येलहंका के पास एक रिसॉर्ट में हुई पार्टी की बैठक में लिया गया, जिसमें मौजूदा विधायक, सांसद और हारे हुए उम्मीदवार शामिल थे।

बाद में, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने पत्रकारों से कहा कि राज्य सरकार सिर्फ सड़क के गड्ढों पर चर्चा कर रही है। पिछले ढाई साल से बेंगलुरु में गड्ढों की गिनती ही हो रही है, लेकिन सरकार उन्हें भर नहीं पा रही है। उन्होंने सरकार को 'विकास शून्य' बताया। इसलिए, 24 तारीख को राज्य के सभी जिला और तालुका केंद्रों में एक घंटे के लिए चक्का जाम करने का फैसला किया गया है। यह फैसला भ्रष्टाचार में डूबी, विकास को भूली और गड्ढे न भरने वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ लिया गया है।

 दो दिन तक चले बीजेपी के चिंतन शिविर में लिए गए फैसलों की पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बी.एल. संतोष ने खूब तारीफ की। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र के लिए सभी को खड़ा करके तालियां बजवाईं। येलहंका के रिसॉर्ट में चले इस शिविर के दूसरे दिन, यानी शुक्रवार को, दो प्रस्ताव पास किए गए। पहला, कांग्रेस सरकार द्वारा कराए जा रहे सामाजिक सर्वेक्षण (जाति जनगणना) के जरिए जातियों को बांटने की साजिश को उजागर करना और सभी जातियों को धर्म के कॉलम में 'हिंदू' लिखने के लिए प्रेरित करना। दूसरा, जीएसटी घटाने के लिए पीएम मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई देना।

समापन समारोह में संतोष ने अपने भाषण में इन प्रस्तावों का जिक्र किया और उनकी तारीफ की। उन्होंने कहा, 'इसके लिए पार्टी और प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र को बधाई देनी चाहिए। सभी लोग खड़े होकर तालियों से तारीफ करें।' सूत्रों के मुताबिक, बैठक में मौजूद सभी नेता खड़े हुए और जोरदार तालियों से विजयेंद्र की तारीफ की। इसके बाद संतोष ने अपनी बात जारी रखते हुए नेताओं को इशारों-इशारों में फटकार लगाई। उन्होंने कहा, 'अगर आप सब नेता चुप बैठे रहेंगे, तो क्या हमारी सरकार बनेगी? चुप रहने पर भी सरकार बन सकती है, लेकिन जिस तरह से आप लोग अभी हैं, वैसे रहे तो सरकार नहीं बनेगी।'