सार
गौर से देखिए इन मैडमजी को! इन्हें रिश्वत लेते रंगे हाथ धरा गया है। सतर्कता और भ्रष्टाचार विरोधी निदेशालय, असम की टीम इन दिनों काफी एक्टिव नजर आ रही है। लगातार रिश्वतखोरों को पकड़ा जा रहा है। यह मामला लैंड सेल से जुड़ा है।
गुवाहाटी. गौर से देखिए इन मैडमजी को! इन्हें रिश्वत लेते रंगे हाथ धरा गया है। सतर्कता और भ्रष्टाचार विरोधी निदेशालय, असम(Directorate of Vigilance and Anti-Corruption) की टीम इन दिनों काफी एक्टिव नजर आ रही है। लगातार रिश्वतखोरों को पकड़ा जा रहा है। यह मामला लैंड सेल से जुड़ा है।
हाथ पकड़ते ही उतर गया मैडम का चेहरा
असम के डायरेक्ट्रेट आफ विजिलेंस एंड एंटी करप्शन के अधिकारियों ने 31 मार्च को कामरूप जिले में एक लाट मंडल को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। लाट मंडल(एक पोस्ट) की पहचान गीतांजलि डेका के रूप में की गई है। वह कामरूप में कमलपुर रेवेन्यु सर्किल के सर्किल आफिसर के पद पर कार्यालय में तैनात हैं। एंटी करप्शन सेल के अधिकारियों ने डेका को ट्रेप किया और शिकायतकर्ता से उसकी जमीन बिक्री की अनुमति जारी करने के लिए 5000 रुपये लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
इस बीच, IPS सुरेंद्र कुमार ने ट्विटर पर जानकारी दी कि @DIR_VAC_ASSAM की एक टीम ने O/O सर्किल ऑफिसर, कमलपुर रेवेन्यू सर्कल, कामरूप में जाल बिछाया और गीतांजलि डेका दास लाट मंडल को रिश्वत मांगने और उसे लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा।
इससे पहले भी 22 मार्च को सतर्कता और भ्रष्टाचार-विरोधी निदेशालय के अधिकारियों ने असम के सोनितपुर जिले में थेलामारा राजस्व मंडल के लाट मंडल को रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार लाट मंडल की पहचान पराग बोराह के रूप में हुई है, जो ठेलामारा राजस्व सर्किल के ओ/ओ अंचल अधिकारी के पद पर तैनात हैं। विजिलेंस टीम के अनुसार बोराहवास को जमीन के बंटवारे की प्रक्रिया में शिकायतकर्ता से 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया।
10 मार्च को दो सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया था। गिरफ्तार सरकारी कर्मचारियों की पहचान कनक चंद्र बरुआ (लाट मंडल, राजस्व मंडल अधिकारी कार्यालय, कलईगांव) और दिलीप बोराह (गांवबुराह ग्राम प्रधान) के रूप में की गई थी। अगर आपसे भी कोई रिश्वत मांगता है, तो आप अपने प्रदेश की विजिलेंस और एंटी करप्शन सेल में शिकायत कर सकते हैं।
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