तिरुवनंतपुरम से मुंबई जा रही नेत्रावती एक्सप्रेस के कोच के नीचे से धुआं उठ रहा था। मुरुक्कुंपुझा स्टेशन के कर्मचारियों ने इसकी जानकारी महिला ट्रेन मैनेजर टी.के. दीपा को दी।
Female railway employee accident: जांच के लिए एक महिला कर्मचारी ट्रेन के नीचे उतरी थी, इस बात से अनजान ट्रेन आगे बढ़ गई। ट्रेन के नीचे मौजूद महिला कर्मचारी के ऊपर से दो कोच गुजर गए। पास खड़े लोगों ने शोर मचाकर ट्रेन रुकवाई। ट्रैक पर पेट के बल लेटने की वजह से महिला कर्मचारी मामूली चोटों के साथ चमत्कारिक रूप से बच गईं। रेलवे ने मामले की जांच शुरू कर दी है। यह घटना कल सुबह चिरायिनकीझु रेलवे स्टेशन पर हुई।
तिरुवनंतपुरम से मुंबई जा रही नेत्रावती एक्सप्रेस के एक कोच के नीचे से धुआं उठने की सूचना मुरुक्कुंपुझा स्टेशन के कर्मचारियों ने महिला ट्रेन मैनेजर टी.के. दीपा को दी थी। जब ट्रेन चिरायिनकीझु पहुंची, तो दीपा ने वॉकी-टॉकी पर लोको पायलट को सूचित किया और फिर यह देखने के लिए ट्रेन के नीचे चली गईं कि धुआं कहां से आ रहा है। लेकिन, जांच के दौरान ही ट्रेन चल पड़ी।
पलक झपकते ही ट्रैक पर पेट के बल लेटने की वजह से दीपा की जान बच सकी। वहां मौजूद लोगों ने बताया कि इस बीच दीपा ने वॉकी-टॉकी से लोको पायलटों से संपर्क करने की भी कोशिश की थी। लोगों के जोर-जोर से चिल्लाने पर ट्रेन रुकी। स्टेशन के गेटकीपर ने आकर तुरंत दीपा को बाहर निकाला। ट्रैक से टकराने से दीपा के घुटने में चोट लग गई थी। ड्यूटी पर बनी रहीं दीपा को रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में एक दूसरे गार्ड को नियुक्त करने के बाद नेत्रावती एक्सप्रेस ने अपनी यात्रा जारी रखी। रेलवे ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है।
