नाजायज रिश्ते के लिए भावनगर के एक वन अधिकारी ने पत्नी और 2 बच्चों की हत्या कर दी। उसने शवों को पहले से खोदे गड्ढों में दफना दिया। पुलिस पूछताछ में उसने जुर्म कबूल कर लिया।
भावनगर: वन अधिकारी की नौकरी, पत्नी और दो बच्चों का एक खुशहाल परिवार। बेटी 13 साल की और बेटा 9 साल का। सूरत में घर था, परिवार वाले भी सब आस-पास ही रहते थे। पहले तो वन अधिकारी की पोस्टिंग भी सूरत में ही थी, लेकिन बाद में उसका ट्रांसफर भावनगर हो गया। बच्चों के स्कूल में सरकारी छुट्टी, शनिवार और रविवार की छुट्टी होने की वजह से बच्चों ने पिता के पास जाकर वक्त बिताने की इच्छा जताई। इसलिए पत्नी बच्चों को लेकर पति के पास आ गई। लेकिन जैसे ही वन अधिकारी को पता चला कि उसकी पत्नी और बच्चे आ रहे हैं, उसने मन ही मन एक खतरनाक प्लान बना लिया था। पत्नी और दोनों बच्चों के आते ही उनकी हत्या कर दी गई। इसकी वजह थी पति का नाजायज रिश्ता। यह दिल दहला देने वाली घटना गुजरात के भावनगर की है।
जेल की सलाखों के पीछे फॉरेस्ट ऑफिसर
असिस्टेंट कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट (ACF) के पद पर तैनात 39 साल का सतीश कंभाला अब जेल में है। 2022 में, जिस इलाके में सतीश की ड्यूटी थी, वहां एक महिला फॉरेस्ट ऑफिसर की एंट्री हुई। दोनों की दोस्ती प्यार में बदली और फिर यह प्यार एक नाजायज रिश्ते में तब्दील हो गया। पिछले चार साल से उनका यह नाजायज रिश्ता चल रहा था। उसने उस महिला से शादी करने का वादा भी किया था। दूसरी तरफ, उसे अपने प्यारे बच्चे और पत्नी बोझ लगने लगे थे। सतीश ने इस बात का पूरा ध्यान रखा कि उसकी पत्नी, बच्चों और परिवार वालों को उस पर किसी तरह का शक न हो। इतना ही नहीं, उसने भावनगर में अपना ट्रांसफर करवा लिया ताकि वह परिवार से दूर रह सके।
वीकेंड पर घर आता था सतीश
भावनगर में पोस्टिंग के दौरान सतीश कंभाला वीकेंड पर या दो हफ्तों में एक बार घर आता था। वह एक-दो दिन परिवार के साथ रहकर वापस चला जाता था। ज्यादा काम और जंगल में कुछ जरूरी जिम्मेदारियों का बहाना बनाकर वह कभी-कभी एक-दो महीने तक घर नहीं आता था। इसी दौरान, महिला फॉरेस्ट ऑफिसर के साथ उसका नाजायज रिश्ता और भी गहरा होता जा रहा था।
पिता के साथ रहने की बच्चों ने की जिद
जो पापा हर हफ्ते आते थे, वो जब एक-दो महीने तक नहीं आए तो बच्चों ने वीकेंड पर एक-दो दिन की छुट्टी लेकर पापा के पास जाने की जिद की। बच्चों की इस इच्छा पर मां भी राजी हो गई। इस बारे में 40 साल की पत्नी नयना ने पति सतीश कंभाला को फोन पर जानकारी दी। यह सुनते ही सतीश की चिंता बढ़ गई। उसे लगा कि शायद उसकी पत्नी को उसके नाजायज रिश्ते के बारे में पता चल गया है। और अगर नहीं भी पता है, तो अब पत्नी और बच्चों के आने पर वह अपनी महिला सहकर्मी को क्या जवाब देगा, यह सोचकर वह घबरा गया।
सूरत से भावनगर पहुंचते ही पत्नी और बच्चे लापता
सूरत से भावनगर पहुंची पत्नी और बच्चे अचानक लापता हो गए। परिवार वाले परेशान हो गए। लेकिन वन अधिकारी सतीश कंभाला बिल्कुल बेफिक्र था। वजह यह थी कि घर आई पत्नी और बच्चों की सतीश हत्या कर चुका था। उसने अपनी 13 साल की बेटी, 9 साल के बेटे और पत्नी को मार डाला था। इसके लिए उसने हफ्ते भर पहले ही प्लान बना लिया था। लेकिन पुलिस के सामने उसने झूठ बोला कि जब वह ड्यूटी पर था, तो उसके सुरक्षा गार्ड ने पत्नी और बच्चों को ऑटो में जाते हुए देखा था। पूछताछ में सुरक्षा गार्ड ने कहा कि उसने ऐसा कुछ नहीं देखा। इसके बाद पुलिस को शक हुआ और उन्होंने सतीश को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तब जाकर मामले का खुलासा हुआ।
उसने अपने जूनियर फॉरेस्ट स्टाफ को घर के पीछे कचरे के लिए दो गड्ढे खोदने का आदेश दिया था। उसने बहाना बनाया था कि वह कंपोस्ट खाद बनाने के लिए एक बड़ा गड्ढा खुदवा रहा है। इस तरह, उसने पत्नी और बच्चों के आने से पहले ही दो बड़े गड्ढे तैयार करवा लिए थे। फिर उसने तीनों की हत्या करके उन्हें गड्ढे में डालकर ऊपर से बंद कर दिया। गड्ढे को भरने के लिए उसने एक और कहानी गढ़ी। उसने कहा कि खोदे गए गड्ढे में एक जंगली जानवर गिरकर मर गया है, इसलिए गड्ढे को तुरंत बंद करने के लिए जेसीबी ले आओ। उसके कहने पर स्टाफ ने गड्ढे को बंद कर दिया। पूछताछ के दौरान उसने अपना सारा गुनाह कबूल कर लिया। पति के साथ बस कुछ दिन बिताने और बच्चों की ख्वाहिश पूरी करने आए उन तीन बेगुनाहों को उस वन अधिकारी ने हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया।
