सार
CM भूपेंद्र पटेल ने PM मोदी का कन्या शिक्षा-पोषण और राज्य में विज्ञान की शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए दो योजनाओं का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा- 'राज्य के गरीब एवं मध्यम वर्गीय परिवारों की बेटियों की शिक्षा की चिंता डबल इंजन सरकार करेगी'।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य में कक्षा 9 से 12 में अध्ययनरत कन्याओं को चार वर्ष में कुल 50,000 रुपए की आर्थिक सहायता की देने वाली ‘नमो लक्ष्मी’ योजना तथा कक्षा 11-12 विज्ञान विषय (साइंस स्ट्रीम) में अध्ययनरत छात्रों व छात्राओं को दो वर्ष में कुल 25,000 रुपए की आर्थिक सहायता देने वाली ‘नमो सरस्वती विज्ञान साधना’ योजना का शुभारंभ शनिवार को किया।
राज्य की बेटियों को माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षा प्राप्ति के लिए प्रोत्साहित करने के साथ उनके पोषण की चिंता कर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का कन्या शिक्षा का लक्ष्य पूरा करने तथा राज्य में विज्ञान स्ट्रीम की शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए ये योजनाएँ इस वर्ष से शुरू की गई हैं।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने शनिवार को अहमदाबाद में घाटलोडिया स्थित ज्ञानदा हाईस्कूल से इन योजनाओं का राज्यव्यापी शुभारंभ कराया।
इस कार्यक्रम में समग्र राज्य के लगभग 35 हजार प्राथमिक-माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थी-शिक्षक ऑनलाइन सहभागी हुए।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री के शुभकामना संदेश का पठन किया।
समारोह को संबोधित करते हुए श्री पटेल ने कहा कि इन दो योजनाओं की लॉन्चिंग से गुजरात की नारी शक्ति व युवा शक्ति को ज्ञानवर्धन तथा माध्यमिक शिक्षा प्राप्त करने के साथ पोषण से सशक्त करने का अवसर आया है।
उन्होंने कहा कि राज्य के गरीब एवं मध्यम वर्गीय परिवारों की संतानों की शिक्षा की चिंता डबल इंजन सरकार करेगी।
श्री भूपेंद्र पटेल ने ‘नमो लक्ष्मी’ योजना का विवरण देते हुए कहा कि उच्चतर माध्यमिक शिक्षा में कक्षा 9 से 12 में कन्याओं को प्रवेश प्राप्त करने के साथ पोषण मुहैया कराने के लिए यह योजना शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि इस योजना से सरकारी, अनुदानित एवं निजी विद्यालयों में कक्षा 9 से 12 में पढ़ाई करने वाली बेटियों को शिक्षा-पोषण; दोनों मुहैया कराने की सहायता मिलेगी।
उन्होंने बताया कि नमो लक्ष्मी योजनांतर्गत कक्षा 9 व 10 में अध्ययनरत छात्राओं को 10 महीनों तक मासिक 500-500 रुपए प्रतिवर्ष मिलेंगे तथा शेष 10 हजार रुपए कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण करने पर मिलेंगे। इसी प्रकार कक्षा 11 व 12 में अध्ययनरत कन्याओं को 10 महीनों तक मासिक 750-750 रुपए प्रतिवर्ष मिलेंगे तथा शेष 15 हजार रुपए कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण करने पर मिलेंगे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजना के बारे में बताया कि यह योजना शुरू करने का उद्देश्य राज्य के बेटे-बेटियों को विज्ञान प्रवाह में शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना तथा साइंस स्ट्रीम में आगे बढ़ाना है।
उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत कक्षा 11 व 12 विज्ञान प्रवाह में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को 10 महीनों तक मासिक 1000 रुपए प्रतिवर्ष यानी कुल 20 हजार रुपए मिलेंगे। शेष 5 हजार रुपए कक्षा 12 साइंस स्ट्रीम की बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण करने पर मिलेंगे।
यहाँ उल्लेखनीय है कि कक्षा 9 व 10 तथा कक्षा 11 व 12 में साइंस, कॉमर्स एवं आर्ट्स स्ट्रीम में पढ़ने वाली बेटियों को नमो लक्ष्मी योजना का लाभ मिलेगा तथा कक्षा 11 व 12 साइंस स्टरीम में पढ़ने वाले छात्रों व छात्राओं को नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजना का लाभ मिलेगा।
इस संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि कक्षा 11-12 साइंस स्ट्रीम में पढ़ने वाली बेटियों को नमो लक्ष्मी तथा नमो सरस्वती विज्ञान साधना; दोनों योजनाओं का लाभ मिलेगा।
उन्होंने आगे कहा कि सरकारी एवं अनुदान प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को इन योजनाओं का लाभ परिवार की आय सीमा को ध्यान में लिए बिना मिलेगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इन दोनों योजनाओं की घोषणा इस वर्ष के बजट में की है तथा नमो लक्ष्मी योजना के लिए वार्षिक 1250 करोड़ रुपए एवं नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजना के लिए 400 करोड़ रुपए सहित कुल 1650 करोड़ रुपए का प्रावधान भी किया है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने जोड़ा कि अधिकांशत: बजट में किए गए प्रावधानों तथा घोषणाओं के क्रियावन्यन के लिए प्रशासनिक जटिलताओं में काफी समय व्यर्थ हो जाता है, परंतु प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में डबल इंजन सरकार ने योजनाओं की घोषणा के साथ ही उनका तत्काल क्रियान्वयन करने वाला वर्क कल्चर भी तैयार किया है।
इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि इस वर्ष के बजट में किए गए प्रावधानों में से लगभग 88 प्रतिशत को प्रशासनिक स्वीकृति दे दी गई है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में निरंतर सुधार के लिए डबल इंजन सरकार निरंतर प्रयत्नशील है एवं इसके सुखद परिणाम इस तरह की योजनाओं व विद्या समीक्षा केन्द्र जैसी आधुनिक परियोजनाओं के क्रियान्वयन से देखने को मिल रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने विश्वास व्यक्त किया कि आजादी का अमृत काल प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सबके प्रयासों से गुजरात के शिक्षा क्षेत्र के लिए स्वर्ण काल बनेगा।
उन्होंने इस अवसर पर ज्ञान सेतु मैरिट स्कॉलरशिप, ज्ञान साधना मैरिट स्कॉलरशिप, ज्ञान शक्ति रेजीडेंशियल स्कूल ऑफ एक्सीलेंस तथा रक्षा स्कूल्स अंतर्गत 60 हजार से अधिक विद्यार्थियों को 61 करोड़ रुपए के लाभों का वितरण किया। उन्होंने ज्ञानदा हाईस्कूल में दो कम्प्यूटर लैब एवं विभिन्न स्मार्ट क्लास का भी शुभारंभ कराया।
प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री डॉ. कुबेरभाई डिंडोर ने इस अवसर पर कहा कि शिक्षित गुजरात-विकसित गुजरात के लिए विकसित भारत@2047 की संकल्पना में कन्याओं-किशोरियों की विशेष भूमिका है। उनके पोषण, शिक्षा तथा स्वास्थ्य को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार कटिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2003 में गुजरात में अपने मुख्यमंत्रित्व काल में कन्या शिक्षा महोत्सव का शुभारंभ कराया था, जिसके फलस्वरूप राज्य में कन्या शिक्षा दर बहुत ही प्रभावी ढंग सुधरी है। इस कन्या शिक्षा रथ को प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाते हुए राज्य के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में कन्याओं के शिक्षण व पोषण की चिंता करने वाली तथा राज्य के विद्यार्थियों को विज्ञान प्वाह के प्रति प्रोत्साहित करने वाली शिक्षा विभाग की ये दो योजनाएँ आज प्रारंभ की गई हैं। डॉ. डिंडोर ने विश्वास व्यक्त की कि प्रधानमंत्री के ‘सही पोषण, देश रोशन’ के मंत्र को नमो लक्ष्मी योजना साकार करेगी।
इससे पहले शिक्षा राज्य मंत्री श्री प्रफुलभाई पानसेरिया ने स्वागत संबोधन में कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में विद्यालय प्रवेशोत्सव, कन्या शिक्षा रथ, गुणोत्सव आदि अनेक उपक्रमों से राज्य में शिक्षा क्षेत्र में आमूल परिवर्तन लाया था। उसी दिशा में उच्च शिक्षा क्षेत्र में राज्य के बेटे-बेटियों को उचित प्लेटफॉर्म प्रदान करने के उद्देश्य से आज 1650 करोड़ रुपए की दो नई योजनाएँ प्रारंभ हुई हैं।
इस अवसर पर अहमदाबाद की महापौर श्रीमती प्रतिभाबेन जैन, विधायक सर्वश्री अमितभाई शाह व अमितभाई ठाकर, उप महापौर श्री जतिनभाई पटेल, मनपा स्कूल बोर्ड के अध्यक्ष श्री सुजय, मेहता, स्थायी समिति के अध्यक्ष श्री देवांगभाई दाणी, प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा सचिव श्री विनोद राव, जिला कलेक्टर सुश्री प्रवीणा डी. के. तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थी-शिक्षक उपस्थित रहे।