सार

कर्नाटक सरकार ने IT कर्मचारियों के वर्किंग ऑवर में बदलाव की अफवाहों पर सफाई दी है। राज्य के IT सेक्रेटरी ने स्पष्ट किया है कि 9 घंटे की शिफ्ट में कोई बदलाव नहीं होगा। हालाँकि, ओवरटाइम घंटों में कुछ छूट दी गई है।

Karnataka Working hours for techies: कर्नाटक में आईटी कर्मचारियों के वर्किंग ऑवर में एक्सटेंशन को लेकर प्रस्ताव पर राज्य सरकार ने सफाई दी है। राज्य के आईटी सेक्रेटरी ने कहा कि आईटी सेक्टर के कर्मचारियों के शिफ्ट में कोई तब्दीली नहीं की गई है। यह 9 घंटे की ही रहेगी। दरअसल, राज्य में आईटी इंडस्ट्री में वर्किंग ऑवर शिफ्ट बढ़ाने का प्रस्ताव सरकार को दिया था लेकिन आईटी कर्मचारी संघों के विरोध के चलते इस पर विचार नहीं किया गया।

राज्य की आईटी-बीटी सेक्रेटरी एकरूप कौर ने बताया कि प्रस्तावित परिवर्तन उद्योग की मांगों पर आधारित थे। लेकिन इसको कम्युनिकेट ठीक से नहीं किया गया है। शिफ्ट नौ घंटे की ही रहेगी। शिफ्ट के समय में कोई बदलाव नहीं किया गया है। आईटी-बीटी सचिव ने कहा: प्रस्ताव की गलत व्याख्या की गई और यह अपने मूल उद्देश्य से अलग हो गया है। सरकार ने इस संशोधन के लिए सुरक्षा उपाय किए हैं। यह केवल उन विशिष्ट उद्योगों या कंपनियों पर लागू होता है जो राज्य श्रम विभाग से अनुमति मांगते हैं। यह अधिनियम में एक समान बदलाव नहीं है।

बेंगलुरू में एक मीडिया हाउस के स्टार्टअप कॉन्क्लेव में पैनल डिस्कसन के दौरान कौर ने कहा कि सरकार ने ओवरटाइम के मामले में केवल कुछ छूट दी है। प्रति तिमाही ओवरटाइम घंटों की कुल संख्या 12 घंटे प्रतिदिवस पर कैप किया गया है। हालांकि, इसका मतलब 14 घंटे का कार्यदिवस नहीं है। 14 घंटे की अवधि में दो घंटे का ब्रेक शामिल है क्योंकि कोई मशीन की तरह काम नहीं कर सकता। उसे आराम की आवश्यकता भी होती है।

कर्नाटक में हर पांच घंटे के काम के बाद एक घंटा ब्रेक

आईटी सेक्रेटरी ने बताया कि कर्नाटक में हर पांच घंटे के काम के बाद एक घंटे का ब्रेक होता है। अन्य राज्यों गुजरात, तेलंगाना, ओडिशा में या भारत सरकार में आम तौर पर आधा घंटे का ब्रेक होता है। इससे काम का समय तो लंबा हो जाता है लेकिन 14 घंटे का कार्यदिवस नहीं होता।

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