सार
ओडिशा के बालासोर में ट्रिपल ट्रेन एक्सीडेंट में कई ऐसे परिवार थे जो हमेशा के लिए खत्म हो गए। वहीं जो लोग इस एक्सीडेंट के शिकार होने बाद जिंदा बचे हैं वह अपने आप को भाग्यशाली समझ रहे हैं। ट्रेन हादसे के 48 घंटे बाद एक शख्स जिंदा मिला है।
बालासोर. 2 जून शुक्रवार शाम करीब 7 बजे ओडिशा के बालासोर में ट्रिपल ट्रेन के हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। ट्रेन एक्सीडेंट में 275 लोगों की मौत हो गई। जबकि 1000 हजार से ज्यादा लोग गंभीर रुप से घायल हैं। यह एक्सीडेंट इतना खतरनाक था, जो जिंदा बचा है उसमें किसी का हाथ टूट चुका है तो किसी का पैर गायब है। एनडीआरएफ और ओडीआरएएफ सहित कई एजेंसियों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और कई लोगों को मौत के मुंह से बचा लिया। तो वहीं गंभीर रूप से सैंकड़ों घायल लोगों के बोगियों और पटरियों से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। लेकिन इसी बीच एक चमत्कारिक खबर सामने आई है। जहां हादसे के करीब 48 घंटे बाद एक युवक पटरियों के पास झाड़ियों मे जिंदा मिला है। युवक को जिंदा देख रेलवे प्रशासन से लेकर हर कोई हैरान है।
ओडिसा ट्रेन हादसे के बाद 48 घंटे जिंदा मिला शख्स
दरअसल, ओडिसा ट्रेन हादसे के बाद 48 घंटे तक सर्च ऑपरेशन चला, लेकिन काफी खोजबीन के बाद जब कोई नहीं मिला तो रेस्कूय भी बंद कर दिया गया। अब दो दिन बाद हालात समान्य होने लगे और ट्रेनों को रवाना किया जाने लगा। इसी दौरान रेस्क्यू टीम की नजर अचानक हिलती झाड़ियों पर गई। जब लोग वहां पहुंचे तो एक घायल शख्स वहां नजर आया। जो कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन में सफर करते वक्त हादसे का शिकार हो गया था। जब रेस्क्यू टीम ने उसे देखा तो हैरान थी कि इतने भीषण एक्सीडेंट के 48 घंटों के बाद कोई आखिर कैसे जिंदा रह सकता है।
कोरोमंडल एक्सप्रेस में 5 साथियों के साथ कर रहा था सफर
बता दें कि ओडिसा के बालासोर ट्रेन हादसे में जिंदा मिले इस शख्स की पहचान 35 साल के दुलाल मजूमदार के रूप में हुई। जो कि असम का रहने वाला है। फिलहाल स्थानीय प्रशासन ने युवक को बालासोर जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया है। जिसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। बता दें कि यह पीड़ित युवक दो दिन तिक भूखा-प्यासा झाड़ियों में तड़पता रहा। पुलिस की जांच पड़ताल के दौरान पता चला कि यह युवक अपने शहर के 5 अन्य लोगों के साथ कोरोमंडल एक्सप्रेस में सफर कर रहा था। उसे अभी यह नहीं पता है कि उसके साथी यात्री जिंदा हैं या मर चुके हैं।