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सूडान में फंसे भारतीयों ने छोड़ दी थी जिंदगी की उम्मीद, लेकिन ऑपरेशन कावेरी मौत के मुंह से निकाल लाया
हिंसा प्रभावित सूडान में फंसे भारतीयों को निकालने के ऑपरेशन कावेरी मिशन के तहत भारत मंगलवार को कुल 559 लोगों को स्वदेश ले आया। 231 भारतीय अहमदाबाद पहुंचे, 328 नागरिकों का एक और जत्था नई दिल्ली लाया गया।
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नई दिल्ली. हिंसा प्रभावित सूडान में फंसे भारतीयों को निकालने के ऑपरेशन कावेरी मिशन के तहत भारत मंगलवार को कुल 559 लोगों को स्वदेश ले आया। 231 भारतीय अहमदाबाद पहुंचे, 328 नागरिकों का एक और जत्था नई दिल्ली लाया गया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया, "328 और यात्री नई दिल्ली में उतरे हैं। #ऑपरेशन कावेरी लगातार आगे बढ़ रहा है, लगभग 3000 अब भारत पहुंच चुके हैं।" मौत के मुंह से निकलकर आए भारतीयों ने देश को सलाम किया और तिरंग लहराया।
सूडान में जारी भीषण लड़ाई के बीच दोनों पक्ष तोपखानों, भारी गोलाबारूद और लड़ाकू विमानों का जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं।
'ऑपरेशन कावेरी' के तहत भारत अपने नागरिकों को खार्तूम और अन्य अशांत क्षेत्रों के संघर्ष क्षेत्रों से बसों में पोर्ट सूडान ले जा रहा है।
पोर्ट सूडान से भारतीय वायु सेना के भारी-भरकम परिवहन विमान और नौसेना के जहाजों में सऊदी अरब के शहर जेद्दा ले जाया जा रहा है।
जेद्दाह से भारतीयों को या तो कमर्शियल फ्लाइट या भारतीय वायुसेना के विमान से घर वापस लाया जा रहा है।
सूडान देश की सेना और एक अर्धसैनिक समूह के बीच घातक लड़ाई देख रहा है जिसमें लगभग 400 लोग मारे गए हैं।
सूडान में सेना और पैरामिलिट्री के बीच 15 अप्रैल से लड़ाई छिड़ी हुई है।
अफ्रीकी देश सूडान में चल रहे गृहयुद्ध में सेना और अर्धसैनिक बल सत्ता पर कब्जे को लेकर पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।
सूडान की सेना ने अक्टूबर 2021 में तख्तापलट कर सत्ता पर कब्जा जमा लिया था। तब से यह एक संप्रभु परिषद के माध्यम से सरकार चला रही है।
सशस्त्र बलों के कमांडर जनरल अब्देल फत्ताह बुरहान और अर्धसैनिक बलों, रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) के प्रमुख जनरल मोहम्मद हमदान डागलो के बीच सत्ता की लड़ाई छिड़ी हुई है।