सार
देवभूमि उत्तराखंड से एक चौंकाने वाला मामला आया है। जहां एक 102 साल की वृद्ध महिला मरने के करीब 7 घंट बाद अचानक से जिंदा हो गई। परिवार उसके अंतिम संस्कार की तैयारी में जुटा था और वो अर्थी से खड़ी होकर बातें करने लगी। यह देख हर कोई हैरान रह गया।
देहरादून (उत्तराखंड). एक बार अगर किसी की सांसें थम जाएं, यानि उसकी मौत हो जाए तो वह वापस कभी जिंदा नहीं होता है। लेकिन देवभूमि कहे जाने वाले उत्तराखंड के रूडकी से एक चमत्कारिक घटना सामने आई है। जहां एक बुजुर्ग महिला मरने के बाद यानि मौत के करीब 7 घंटे बाद जिंदा हो गई। हैरानी की बात यह हैकि महिला को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर चुके थे। परिवार अंतिम संस्कार की तैयारी में था।
यह नजारा देखकर सभी हैरत में पड़ गए
दरअसल, यह चमत्कारिक घटना रूड़की में मंगलौर क्षेत्र के नारसन खुर्द गांव से सामने आई है। जहां एक 102 साल की बुजुर्ग महिला की मौत हो गई थी। परिवार उसको अस्पताल लेकर पहुंचे थे। लेकिन उसकी सांसे टूट चुकी थीं। लोग उसके अंतिम संस्कार की तैयारियां करने में जुटे थे। परिवार वाले मातम के आंसू बहा रहे थे। लेकिन अचानक से उसके के शरीर में हरकत हुई और वह उठ खड़ी हो गई। तो यह नजारा देख सभी हैरत में पड़ गए।
शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे थे...तभी उठकर खड़ी हो गई
बता दें कि 102 वर्षीय माता ज्ञान देवी नाम की महिला पिछले कुछ समय से बीमार चल रही थी। परिवार के लोग उसका इलाज कराने के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने महिला की मौत की खबर अपने सभी रिश्तेदारों को दी, जिसके बाद सभी रिश्तेदार और ग्रामीण उनके घर पर जमा हो गए। जैसे ही शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर जाने वाले थे तो अचानक से महिला 7 घंटे के बाद महिला अर्थी से खड़ी हो गई।
अर्थी से उठकर कहा-चाट खाना है...
जब महिला अचानक से खड़ी हो गई तो परिवार ने उससे कुछ खाने का पूछा तो उसे चाट खाने की इच्छा जताई। जिसके बाद परिवार ने तुरंत उसे गांव के ही एक चाट भंडार से चाट मंगाया और उसे खिलाया। फिर महिला सभी से पहले की तरह नाम लेकर बातें करने लगी। लोगों को यकीन ही नहीं हुआ कि आखिर ऐसे कैसे हो सकता है। महिला के पोता ने बताया की हमारी दादी गांव की सबसे बुजुर्ग इंसान हैं। सभी ग्रामीण उनको दादी अम्मा कहकर पुकारते हैं। अब वो दोबारा जिंदा हो गईं तो पूरे गांव में जश्न जैसा माहौल है।