सार
शिमला में एक मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर हिंदू संगठनों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन ने बुधवार को हिंसक रूप ले लिया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड तोड़ दिए, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा।
शिमला न्यूज। शिमला में बुधवार (11 सितंबर) को हिंदू संगठन ने मस्जिद के अवैध निर्माण के खिलाफ जारी प्रदर्शन को और तेज कर दिया है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली में स्थित मस्जिद को तोड़ने के लिए हिंदू संगठनों ने 1 और 5 सितंबर को प्रदर्शन किया। इसके बाद आज देवभूमि में प्रदर्शनकारियों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस के बैरिकेड तोड़ दिए। हालात को बिगड़ता देख सुरक्षाकर्मियों ने गुस्साई भीड़ को रोकने के लिए 2 बार लाठीचार्ज किया और वाटर कैनन चलाई। घटना से जुड़ा वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।
बता दें कि शिमला में आज सुबह से ही भारी विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इसके लिए लोगों ने बीच सड़क पर हनुमान चालीसा पढ़ा और जय श्रीराम के नारे भी लगाए। रिपोर्ट के मुताबिक संजौली मस्जिद 1947 से पहले बनी थी। लेकिन साल 2010 में पक्की इमारत बनाने का सिलसिला शुरू हुआ था। तब से लेकर आज तक इन 14 सालों में रिकॉर्ड 35 बार नगर निगम द्वारा अवैध निर्माण तोड़ने का आदेश दिया जा चुका है।
संजौली में मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर ताजा विवाद
संजौली में मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर ताजा विवाद बीते 31 अगस्त से शुरू हुआ। तब 2 समूहों के बीच जमकर मारपीट हुई थी। इसके बाद 1 और 5 सितंबर को हिंदू संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। तब से शिमला में धारा 163 लागू कर दिया गया है। पुलिस ने पूरे शहर में फ्लैग मार्च निकाला था। इसके तहत सुबह 7 बजे से रात 11:59 बजे तक 5 या उससे ज्यादा लोगों के एक साथ जमा होने पर बैन था। हालांकि, सरकारी और प्राइवेट ऑफिस, स्कूल, बाजार पूरी तरह खुले रखने का प्रावधान लागू था।
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