- Home
- States
- Other State News
- जानिए भारत के सबसे बड़े 'तेलंगाना सचिवालय' की इंटरेस्टिंग कहानी, BJP ने क्यों कहा कि वो इस पर बुलडोजर चलवा देगी
जानिए भारत के सबसे बड़े 'तेलंगाना सचिवालय' की इंटरेस्टिंग कहानी, BJP ने क्यों कहा कि वो इस पर बुलडोजर चलवा देगी
- FB
- TW
- Linkdin
हैदराबाद. यह है तेलंगाना का भव्य और नया सचिवालय(new Secretariat of Telangana), जिसका रविवार को मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव(KCR) ने उद्घाटन किया। इसका नाम बीआर अंबेडकर के नाम रखा गया है। हालांकि सचिवालय की डिजाइन विवादों में है। इसे लेकर भाजपा बयान दे चुकी है कि अगर राज्य में उसकी सरकार आई, तो वो ये ताज जैसे मकबरे की डिजाइन वाले सचिवालय की बिल्डिंग को गिरा देगी।
नया सचिवालय परिसर 265 फीट लंबा है। यह 28 एकड़ की विशाल जमीन पर 10, 51,676 वर्ग फीट के क्षेत्र में फैला हुआ है।
तेलंगाना सचिवालय की नई बिल्डिंग का उद्घाटन पहले 17 फरवरी को होना था, पर टाल दिया गया था।
सुबह 6 बजे से एक 'सुदर्शन यज्ञ' किया गया और दोपहर करीब 1.30 बजे अनुष्ठान संपन्न होने के बाद KCR छठी मंजिल में अपने चैम्बर में बैठे। राज्य सरकार के मंत्री भी अपने-अपने चैम्बर में बैठे रहे।
मुख्यमंत्री ने 27 जून, 2019 को सचिवालय के निर्माण की आधारशिला रखी थी।
तेलंगाना सचिवालय की बिल्डिंग का काम कोविड महामारी के चलते जनवरी 2021 में शुरू हो पाया था।
नए सचिवालय की बिल्डिंग 265 फीट ऊंची है। सरकार का दावा है कि किसी भी राज्य में इतना लंबा सचिवालय नहीं है। यानी यह देश के सबसे बड़े सचिवालयों में से एक है।
सरकारी प्रेस रिलीज के अनुसार, नए सचिवालय के गुंबद निजामाबाद में काकतीय काल के नीलकंठेश्वर स्वामी मंदिर की शैली, तेलंगाना में वानापर्थी 'संस्थानम' के राजघरानों के महलों के डिजाइन और सारंगपुर, गुजरात में हनुमान मंदिर के पैटर्न में बनाए गए हैं।
फरवरी में नए सचिवालय की डिजाइन को लेकर विवाद सामने आया था। तेलंगाना के बीजेपी चीफ बंदी संजय कुमार (Bandi Sanjay Kumar) ने ऐलान किया था कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो बिल्डिंग के गुंबद गिरा दिए जाएंगे। भाजपा का तर्क है कि इस बिल्डिंग का गुंबद मुस्लिम शैली का है।
अंदर से ऐसा दिखता है तेलंगाना का भव्य सचिवालय। यह पहले से कहीं अधिक सुविधाजनक है।
तेलंगाना सचिवालय के पास अंबेडकर की भव्य मूर्ति स्थापित की गई है। पिछले महीने 125 फीट ऊंची मूर्ति का अनावरण किया गया था।
यह भी पढ़ें-कोच्चि वाटर मेट्रो ने शुरू किया सफर, जानिए ये क्या है और इसका किराया कितना है?