सार

पश्चिम बंगाल के पांच जिलों में 27 अप्रैल को बिजली गिरने से कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई। एक अधिकारी ने बताया कि पूर्वी बर्धमान जिले में बिजली गिरने से चार और मुर्शिदाबाद तथा उत्तरी 24 परगना में दो-दो लोगों की मौत हो गई।

कोलकाता. पश्चिम बंगाल के पांच जिलों में 27 अप्रैल को बिजली गिरने से कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई। डिजास्टर मैनेजमेंट डिपार्टमंट के एक अधिकारी ने बताया कि पूर्वी बर्धमान जिले में बिजली गिरने से चार और मुर्शिदाबाद तथा उत्तरी 24 परगना में दो-दो लोगों की मौत हो गई।

पश्चिम बंगाल में बिजली गिरने से मौतें-14 killed in lightning strikes in West Bengal

पश्चिम बंगाल के पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पश्चिम मिदनापुर और हावड़ा ग्रामीण जिलों से 6 और लोगों की मौत की सूचना मिली है। एक अधिकारी ने कहा, “पश्चिम मिदनापुर और हावड़ा ग्रामीण से तीन-तीन लोगों की मौत की खबर है।”

अधिकारियों के अनुसार, पीड़ित ज्यादातर किसान थे, जो कृषि क्षेत्रों में काम करते समय बिजली की चपेट में आ गए थे। गुरुवार शाम कोलकाता, हावड़ा, उत्तर 24 परगना, पुरबा बर्धमान और मुर्शिदाबाद समेत दक्षिण बंगाल के कई जिलों में बिजली गिरने के साथ आंधी आई।

बिजली गिरना किसे कहते हैं

आसमान से बिजली जमीन और बादल की इलेक्ट्रिसिटी में अंतर की वजह से गिरती है। इसे एक इलेक्ट्रिकल डिस्चार्ज कहते हैं। जब हवा के चलते बादल तेजी से आगे बढ़ते हैं, तो उसमें मौजूद हल्के कण ऊपरी हिस्से में पहुंच जाते हैं। ये पॉजिटिव चार्ज हो जाते हैं। दूसरी ओर भारी कण निचले हिस्से में जमा हो जाते हैं। ये निगेटिव चार्ज हो जाते हैं।

पॉजिटिव और निगेटिव चार्ज के बीच जब अंतर बहुत अधिक बढ़ जाता है तो इसे संतुलित करने के लिए दोनों के बीच बिजली का प्रवाह होता है। ज्यादातर बिजली बादल में बनती है और बादल में ही खत्म हो जाती है। यही कारण है कि बारिश के समय हम कई बार बादलों के बीच तेज चमक देखते हैं और आवाज सुनते हैं। हालांकि कई बार यह जमीन पर भी गिरती है। क्लिक करके पढ़ें पूरी डिटेल्स

मौसम का पूर्वानुमान-देश के विभिन्न राज्यों की वेदर रिपोर्ट

मौसम का पूर्वानुमान लगान वाली प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट वेदर के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान, विदर्भ, मराठवाड़ा, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, कर्नाटक, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, केरल और जम्मू कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं गए भारी बारिश संभव है।

सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।

बाकी पूर्वोत्तर भारत, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और पश्चिमी राजस्थान में हल्की बारिश हो सकती है।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा के कुछ हिस्सों, पंजाब और दिल्ली में हल्की बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।

पिछले दिन भारत के विभिन्न राज्यों में मौसम

पिछले 24 घंटों के दौरान, जम्मू कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, दक्षिण केरल और दक्षिण तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश हुई।

जम्मू कश्मीर के ऊपरी इलाकों में हिमपात हुआ। छत्तीसगढ़, विदर्भ और आंतरिक तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश के साथ 12 स्थानों पर तेज बारिश हुई।

सिक्किम, असम, मध्य प्रदेश, तेलंगाना के कुछ हिस्सों और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हुई।

गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार के कुछ हिस्सों, झारखंड, दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान और रायलसीमा, तटीय कर्नाटक, राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों, उत्तरी गुजरात और उत्तराखंड में 1 या 2 जगहों पर छिटपुट हल्की बारिश हुई।

भारत में मौसम में बदलाव क्यों?

स्काईमेट वेदर के अनुसार, एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान और पंजाब के आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है। विदर्भ पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा विदर्भ से उत्तर आंतरिक कर्नाटक होते हुए दक्षिण आंतरिक कर्नाटक तक फैली हुई है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पश्चिम राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है।

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