पत्नी, तीन साल की बेटी और पांच साल के बेटे को बाइक पर लेकर अमरजीत भागने लगा। तभी चारों तरफ से उग्रवादियों ने उसे घेर लिया और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पत्नी और बेटी की मौत होते ही अमरजीत वहां से भागने लगा, उसके पीठ में गोली लगी और वह जंगल में छिप गया।