सार
झारखंड में सभा के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मंच से ऐसा बयान दिया कि राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। हालांकि उनके बयान से इस बार कांग्रेसी नेता काफी खुश हो गए हैं और टिप्पणी भी कर रहे हैं। जानें क्या कहा मोहन भागवत ने…
गुमला (झारखंड)। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत प्रदेश के गुमला स्थित बिशुनपुर के ग्राम स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुए थे। यहां उन्होंने सभा के दौरान ऐसा बयान दिया है राजनीतिक गलियारों में हलचल मची हुई है। मोहन भागवत ने कहा कि कुछ लोग सुपरमैन बनना चाहते हैं, फिर भगवान। उनके इस बयान के बाद से कांग्रेसी भी काफी खुश हो गए हैं और सोशल मीडिया पर ट्वीट कर रहे हैं।
गुमला से भागवत ने दिया ये बयान
झारखंड के गुमला में सभा के दौरान भागवत ने कहा कि हमारी तरक्की की सीमा का कोई अंत नहीं होता है। हम जितना पाते हैं उससे अधिक पाने की इच्छा रखते हैं। आत्म विकास के दौरान कुछ लोग सुपरमैन बनना चाहते हैं। इसके बाद देवता बनने की इच्छा रखते हैं फिर भगवान बनना चाहते हैं। और फिर वह विश्वस्वरूप बनने की भी सोचने लगते हैं। इससे भी ऊपर कुछ हो तो मुझे नहीं पता।
अपने काम से संतुष्ट नहीं होना चाहिए
भागवत ने कहा कि अपने आंतरिक और बाहरी विकास की कोई सीमा नहीं है। उन्होंने कहा कि मनुष्य को मानवता के विकास के लिए लगातार प्रयत्नशील रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक कार्यकर्ता को कभी अपने काम से संतुष्ट नहीं होना चाहिए। हमें लगातार पर्यावरण, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में लगातार काम करते रहना चाहिए। समाज के विकास के लिए यही एक मात्र रास्ता है। हमें भारत की प्रकृति के मुताबिक पूरे विश्व को सुंदर बनाने का प्रयास करना चाहिए।
भागवत के बयान पर छिड़ी सियासत
मोहन भागवत के बयान पर अब सियासत छिड़ गई है। भागवत के बयान को कांग्रेसियों ने बयानबाजी शुरू कर दी है। उन्होंने भागवत के बयान को लेकर पीएम मोदी पर टिप्पणी की है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर लिखा है, मुझे यकीन है कि स्वयंभू नॉन बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री को इस ताजा अग्निमिसाइल की खबर मिल गई होगी जिसे नागपुर ने झारखंड से लोक कल्याण मार्ग को निशाना बनाकर दागा है।