सार

भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव होते ही कई नेताओं को पार्टी से बाहर कर दिया है। इन नेताओं ने चुनाव के दौरान पार्टी के खिलाफ होकर अन्य पार्टियों को सहयोग किया, जिसके कारण भाजपा ने कदम उठाया है।

भोपाल. भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव 2023 में भारी बहुमतों से जीत हासिल करने के बाद भी कई नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। क्योंकि इन नेताओं द्वारा चुनाव के दौरान भाजपा के खिलाफ होकर काम किया। यही कारण है कि पार्टी द्वारा इन्हें अधिकारिक रूप से निष्कासित कर दिया है।

6 साल के लिए किया बाहर

भाजपा के खिलाफ जिन नेताओं ने विधानसभा चुनाव के दौरान काम किया है। उन्हें पार्टी ने 6.6 साल के लिए बाहर किया है। ऐसा सिर्फ एक ही नहीं बल्कि कई जिलों में किया गया है। ताकि आगे से कोई नेता पार्टी के खिलाफ जाकर ऐसा काम नहीं करें।

भोपाल ग्रामीण में जिला उपाध्यक्ष सहित 6 बाहर

भारतीय जनता पार्टी जिलाध्यक्ष केदार सिंह मंडलोई द्वारा लिखित रूप से लेटर जारी कर भाजपा जिला उपाध्यक्ष जसवंत सिंह सौलंकी, पूर्व मंडल अध्यक्ष सुनील पुरोहित, जिला कार्यसमिति सदस्य वीरसिंह बघेल, महेंद्र सिंह राठौड़, मंडल उपाध्यक्ष भाजपा अखिलेश गौर, जिला उपाध्यक्ष युवा मोर्चा दीपक मीणा रूद्र को पार्टी से बाहर कर दिया है।

नगरपालिका अध्यक्ष सहित पार्षदों को किया बाहर

भाजपा नेताओं को पार्टी से बाहर करने का काम सिर्फ राजधानी भोपाल में नहीं बल्कि उन सभी जगहों पर किया गया है। जहां भी नेताओं ने पार्टी के खिलाफ जाकर काम किया है। ऐसे में मध्यप्रदेश की धार जिले की नगरपालिका के अध्यक्ष सहित पार्षदों को भी पार्टी से बाहर किया गया है। जिसमें नपाध्यक्ष नेहा बोडा, उपाध्यक्ष मयंक महल सहित पार्षद लक्ष्मण पटेल, ​रवि मेहता, छगन परमार, पूजा अग्रवाल, अनिता सिसौदिया सभी को 6.6 साल के लिए पार्टी से बाहर किया गया है।