Bhopal Tragic Raksha Bandhan: बारिश में छत पर मोबाइल पर बात करते वक्त हाईटेंशन लाइन से करंट लगने से युवक की मौत, कुछ घंटे बाद सदमे में 78 वर्षीय दादी का निधन। बिजली विभाग की लापरवाही ने दो जिंदगियां निगल लीं, सवाल अब भी अनुत्तरित।
Bhopal High Tension Line Accident: रक्षाबंधन के पावन पर्व पर जहां चारों ओर खुशियों का माहौल था, वहीं मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक ऐसा दर्दनाक हादसा हुआ जिसने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। गांधी नगर इलाके में बहन के घर राखी बंधवाने आए 20 वर्षीय युवक की बारिश के बीच छत पर मोबाइल पर बात करते समय हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से मौत हो गई। घटना के कुछ ही घंटे बाद रायसेन जिले के नूरगंज स्थित घर में उसकी 78 वर्षीय दादी ताराबाई ने भी सदमे में दम तोड़ दिया।
बारिश में क्यों बना हाईटेंशन लाइन मौत का जाल?
घटना शनिवार रात की है, जब सुभाष सेन, जो भोपाल में नरेला शंकरी में मामा के घर रहकर एक सैलून में काम करता था, राखी पर अपनी बड़ी बहन निधि के घर गांधी नगर आया था। बहन ने राखी बांधकर उसे रुकने का आग्रह किया और सुभाष रात वहीं ठहर गया। खाना खाने के बाद वह मोबाइल पर बात करने के लिए छत पर पहुंचा, लेकिन ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से अचानक टकरा गया। उस समय हल्की बारिश हो रही थी, जिससे करंट का असर और घातक हो गया।
सिर्फ एक हादसा नहीं, बिजली विभाग की लापरवाही का भी नतीजा?
मृतक के जीजा विक्की सेन का आरोप है कि यह पहली बार नहीं था जब इस हाईटेंशन लाइन से खतरा हुआ हो। इसी वर्ष जनवरी में उनकी पत्नी निधि को भी करंट लगा था, जिसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन में दर्ज कराई गई थी। बिजली कंपनी ने लाइन शिफ्टिंग के लिए राशि मांगी, कॉलोनी के लोग पैसे देने को भी तैयार थे, लेकिन महीनों बीतने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
दादी के लिए कैसे बना यह सदमा मौत का कारण?
रविवार सुबह जब सुभाष की मौत की खबर नूरगंज में उसकी दादी को मिली, तो वह इसे बर्दाश्त नहीं कर पाईं। कुछ ही घंटों में उनकी भी सांसें थम गईं, जिससे परिवार पर दोहरी त्रासदी टूट पड़ी। एक तरफ रक्षाबंधन का त्योहार था, दूसरी ओर घर में दो-दो मौतों ने सभी को हिला कर रख दिया।
क्या हर छत के ऊपर मंडरा रहा है खतरा?
यह मामला केवल एक परिवार का दर्द नहीं, बल्कि उन तमाम इलाकों के लिए चेतावनी है जहां घरों के ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजर रही है। बारिश, खराब अर्थिंग और बिजली विभाग की लापरवाही मिलकर कभी भी बड़ा हादसा कर सकती है।
