सार

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), भोपाल अब ऐसा पहला एम्स बन गया है, जिसने मरीजों को भोजन में मोटे अनाज परोसने की शुरुआत कर दी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करके पीएम और स्वास्थ्य मंत्री डा. मनसुख मांडविया का आभार जताया है।

भोपाल। प्रदेश का अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), भोपाल अब ऐसा पहला एम्स बन गया है, जिसने मरीजों को भोजन में मोटे अनाज परोसने की शुरुआत कर दी है। यह भोजन ज्वार, बाजरा, मक्का, रागी और कोदो जैसे मोटे (श्रीअन्न) अनाज से तैयार किया जाएगा।

सीएम ने ट्वीट कर पीएम को सराहा

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करके इस पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी जी ने अन्न के महत्व को रेखांकित करते हुए इसके उपयोग को बढ़ावा देने का आह्वान किया है, जिससे अब मरीजों को भी लाभान्वित किया जा रहा है। इस अनुपम पहल के लिए पीएम और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. मनसुख मांडविया जी का हृदय से आभार।

 

 

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा-यह लोगों को अन्न खाने को प्रेरित करेगा

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. मांडविया ने ट्वीट करते हुए कहा है कि पोषण की परंपरा! एम्स भोपाल में भर्ती हुए मरीज़ों को परोसे जाने वाले भोजन में अब मिलेट्स को शामिल किया गया है। इससे हृदय रोग, मधुमेह और मोटापे आदि के जोखिम को कम करने में मदद मिलेगी।

ग्लूटिन मुक्त होता है मोटा अनाज

एम्स के डाक्टर मरीजों को मोटे अनाज के लाभ के बारे में बता रहे हैं। उनका कहना है कि मोटे अनाज से बने भोजन से मधुमेह, मोटापा, थायरायड, हृदय रोग, पीलिया और एंटी कैंसर जैसी गंभीर रोगों के लिए लाभकारी होता है। यह अनाज ग्लूटिन मुक्त होता है।

खुद विकसित की है मोटे अनाज से आहार बनाने की विधि

गौरतलब है कि भोपाल में स्थापित एम्स के आहार विभाग ने मोटे अनाज से भोजन बनाने की विधि खुद विकसित की है। मोटे अनाज के लिए किसानों से अनुबंध किए गए हैं। केंद्र सरकार ने भी संयुक्त राष्ट्र महासभा में अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 का प्रस्ताव रखा था।महासभा ने इसे स्वीकार भी किया है।

मोटे अनाज के सेवन के लिए करेंगे प्रेरित

एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डा.) अजय सिंह का कहना है कि रोगियों के आहार में मोटे अनाज को शामिल कर हम उत्साहित हैं। इस आहार से रोगियों को जरुरी पोषक तत्व ​मिलेगा। यह उनके सेहत के लिए आवश्यक है। एम्स लोगों को मोटे अनाज के सेवन के लिए प्रेरित करेगा।