सार

शहडोल जिला अस्पताल में एक महिला ने दो शरीर और एक दिल वाले बच्चे को जन्म दिया। डॉक्टरों ने इसे दुर्लभ मामला बताया है और बच्चे को जबलपुर रेफर किया जाएगा।

शहडोल. मध्य प्रदेश के शहडोल जिला अस्पातल में एक महिला ने अनोखे बच्चे को जन्म दिया है। जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ लग रही है। यह नवजात दो शरीर और एक दिल वाला है। यानि दोनों के जिस्म आपस में जुड़े हुए हैं। डॉक्टर खुद मासूम को देखकर हैरान हैं, उनका कहना है कि लाखों महिलाओं की डिलेवरी होती है, जब कहीं जाकर एकाद ऐसा बच्चा जन्म लेता है। वहीं बच्चे के परिजन खुशी होने की वजह दुखी हैं।

डॉक्टरों ने जुड़वा बच्चे होने की दी थी खुशखबरी

दरअसल, यह बच्चा रविवार को अनूपपुर जिले के कोतमा की रहने वाली वर्षा जोगी (25) ने जन्मा है, जो कि संडे को ही अपने पति रवि जोगी के साथ शहडोल मेडिकल कॉलेज में अपनी डिलेवरी के लिए एडमिट हुई थी। हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने प्रसूता की सीजेरियन किया था। जब इस तरह का मामला आया तो डॉक्टर ने परजिनों से बात की। परिजनों ने बताया कि दूसरे डॉक्टरों ने चेकअप के दौरन जुड़वा बच्चे होने की बात कही थी। लेकिन यह नहीं बताया था कि दोनों बच्चे इस तरह से आपस में जुड़े हुए हैं।

जानिए ऐसे मामलों को क्या कहा जाता

वहीं शहडोल मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉक्टर नागेंद्र सिंह ने बताया कि लाखों मामलों में ऐसा एकाद केस सामने आता है। ऐसे बच्चों की स्थिति खराब होती है। इस कंडीशन को थोराइगोपेसिस कहा जाता है। वहीं ऐसे नवजातों को सीमंस ट्विंस भी कहते हैं। डॉक्टर ने कहा- जो केस सामने आया है उसमें बच्चों के सीने से जुड़े हुए हैं, जिनका शरीर सामान्य तरीके से विकसित नहीं पाया। इसके अलावा उनका दिल भी एक ही एक, जिसके कारण उनकी स्थिति सामान्य नहीं है। फिलहाल उनको एसएनसीयू वार्ड में रखा गया है। बच्चे को अब जबलपुर मेडिकल कॉलेड रेफर किया जाएगा।

शादी के 6 साल बाद बड़ी मन्नतों के बाद जन्मा बेटा

बच्चे की इस हालत को देखकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। प्रसूता वर्षा जोगी बुरी तरह बिलख रही है, उसका कहना है कि शादी के 6 साल बाद बड़ी मन्नतों के बाद बेटा पैदा हुआ है, लेकिन सोचा नहीं था कि वह ऐसा होगा। अगर वह सही नहीं हुआ तो एक-दूसरे से जुड़े बच्चों का पालन-पोषण कैसे करेंगे। कुछ समझ नहीं आ रहा है, वो ठीक होगा भी कि नहीं।