सार
मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना में 18 से लेकर 29 साल तक के मध्यप्रदेश के निवासी युवा भाग ले सकेंगे।
भोपालः मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार ने सामाजिक क्रांति में एक नया बदलाव लाने के लिए 17 मई दिन बुधवार को मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना लॉन्च किया। शिवराज सिंह चौहान ने इस योजना की घोषणा की। उन्होंने कहा- मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि मध्यप्रदेश सरकार, भारतीय जनता पार्टी की सरकार युवाओं के लिए, युवाओं के हित में नई योजना लांच कर रही है जिसका नाम है, 'मुख्यमंत्री सीखो- कमाओ योजना'। यह योजना युवाओं को नए अवसर के साथ अपने मनमाफिक काम सीखने मौका देगी और हर महीने पैसा भी मिलेगा। मध्यप्रदेश में समाजिक बदलाव की क्रांति हो रही है जिसमें युवाओं की भागीदारी प्रमुख है। हम अपने प्रदेश के युवाओं को रोजगार भी दे रहे हैं और उन्हें स्वरोजगार के जोड़ने के हर संभव प्रयास भी कर रहे हैं।
आज केबिनेट की बैठक में इस योजना का प्रजेंटेशन देखा। युवाओं में हुनर की कमी नहीं है केवल उन्हें एक दिशा देने की जरूरत है, हमारा कर्तव्य है कि हम अपने प्रदेश के युवाओं को सक्षम और स्वाभिमानी बनाएं। प्रदेश का युवा सक्षम और स्वाभिमानी होगा तो आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के कदमों को गति मिलेगी। हमारा उद्देश्य है वे न केवल नौकरी तक सीमित रहें बल्कि दूसरों को भी रोजगार दे सकें ऐसा हमारा सतत प्रयास है। हम बच्चों को स्किल्ड करेंगे उनके हाथों में कौशल देंगे फिर हम उसको काम सिखाने के बदले में पैसा देंगे। केवल बेरोजगारी भत्ता देना समस्या का समाधान नहीं है, हमें लगता है बेरोजगारी भत्ता देने जैसे कार्य युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है। कमलनाथ जी की कांग्रेस सरकार ने पिछली बार बेरोजगारी भत्ते की बात कही थी, बेरोजगारी भत्ता भी नहीं दिया और रोजगार के नाम पर ढोर चराओ, ढोल बजाओ की ट्रेनिंग देने लगे। कांग्रेस सरकार न तो रोजगार दे सकी और न ही बेरोजगारी भत्ता। भारतीय जनता पार्टी की सरकार, प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र में भी गंभीर है और मध्यप्रदेश में भी। प्रधानमंत्री जी ने कल ही 71 हजार नियुक्ति पत्र युवाओं को बांटे हैं । मध्य प्रदेश में भी 1 लाख सरकारी पदों भर्तियां जारी है। दूसरी तरफ रोजगार दिवस का अयोजन करके ढाई लाख स्वरोजगार के अवसर भी हम उपलब्ध करा रहें हैं।
आज मुझे ये बताते हुए खुशी हो रही है की अब मध्यप्रदेश के युवाओं को इधर उधर नहीं भटकना पड़ेगा, उनमें स्किल्स भी डेवलप होगी और आर्थिक पक्ष भी मजबूत रहेगा। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना युवाएं के लिए स्वाभिमान और सम्मान का प्रतीक बनेगी, योजना में हमारा प्रारंभिक लक्ष्य एक लाख युवाओं को इससे जोड़ना है। मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना में 18 से लेकर 29 वर्ष तक के मध्यप्रदेश के निवासी युवा भाग ले सकेंगे। इस योजना में 12 वी या आईटीआई पास अथवा उच्च शिक्षित युवा भी लाभान्वित हो सकेंगे। योजना के अंतर्गत ट्रेनिंग के दौरान 5 वीं से 12 उत्तीर्ण युवाओं को 8000, आईटीआई पास को 8500, डिप्लोमा धारी को 9000, और स्नातक अथवा उच्च शिक्षित युवाओं को 10 हजार रुपये स्टाइपेंड के रूप में प्रतिमाह प्रतिमाह दिया जाएगा। योजना के माध्यम से इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल, सिविल, मैनेजमेंट एवं मार्केटिंग क्षेत्र, सेवा क्षेत्र होटल मैनेजमेंट, टूरिज्म और ट्रैवल अस्पताल, रेलवे, आईटी और
सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट क्षेत्र , उद्योग-उन्मुख प्रशिक्षण आदि। ऐसे क्षेत्र जिनमें प्रशिक्षण उपरांत छात्र- प्रशिक्षणार्थी गिग इकोनोमी एवं ब्लू कॉलर जॉब्स हेतु उपयुक्त होंगे। प्रत्येक माह निर्धारित स्टाइपेण्ड का 75% राज्य शासन की ओर से छात्र- प्रशिक्षणार्थी को DBT के माध्यम से भुगतान किया जाएगा। प्रतिष्ठान को निर्धारित न्यूनतम स्टाइपेण्ड की 25% राशि छात्र- प्रशिक्षणार्थी के बैंक खाते में जमा करना होगी। प्रतिष्ठान निर्धारित राशि से अधिक स्टाइपेण्ड देने के लिए स्वतंत्र होगा।
इंडस्ट्री वर्कशॉप
- 22 मई से 6 जून 2023 - मध्यप्रदेश एवं प्रमुख आईटी/औद्योगिक केंद्रों (पुणे, बैंगलोर, आदि) में
- 1 जून से 14 जून 2023 - संभागीय कार्यशालाएं
मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना का क्रियान्वयन
- 07 जून 2023 से प्रतिष्ठानों के पंजीयन का कार्य प्रारंभ होगा
- 15 जून 2023 से युवाओं के पंजीयन का कार्य प्रारंभ हो जाएगा
- 15 जुलाई 2023 से मार्केट प्लेस प्रारंभ एवं युवाओं का आवेदन लेना प्रारंभ होगा
- 31 जुलाई से युवा प्रतिष्ठानों-मध्यप्रदेश शासन के मध्य अनुबंध हस्ताक्षर (अनलाइन) प्रारंभ होंगे
- 1 अगस्त से 2023 से युवाओं की उपस्थिति शुरू हो जाएगी
- 31 अगस्त 2023 से प्रशिक्षण प्रारंभ होने के 1 माह बाद युवाओं को राशि वितरण कर देंगे